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शिवसेना का बीजेपी से ‘सामना’, 2019 के लिए करेंगे फैसला

उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ अपने भविष्य को लेकर कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं.

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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और नरेंद्र मोदी की एक फाइल फोटो. 
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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और नरेंद्र मोदी की एक फाइल फोटो. 
(फोटो: पीटीआई)

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शिवसेना के 52वें स्थापना दिवस के मौके पर शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना से मोदी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है. 19 जून मंगलवार शाम को उद्धव ठाकरे कार्यकर्ताओं को संबोधित करने वाले हैं और ऐसी खबरें हैं कि शाम को उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ अपने भविष्य को लेकर कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं.

सामना के जरिए जिस तरीके से अपनी सहयोगी पार्टी को निशाना बनाया गया है, उसे देखकर तो यही लगता है बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद भी शिवसेना के तेवर अभी नरम नहीं पड़े हैं.

सवाल यही है कि क्या उद्धव वही बोलेंगे जो सामना में लिखा है.

सामना के संपादकीय में लिखा है-

2014 की राजनीतिक दुर्घटना 2019 में नहीं होगी सत्ता का उन्माद हम पर कभी चढ़ा नहीं और आगे भी नहीं चढ़ेगा. देश में आज आपातकाल जैसे हालात हैं क्या? ऐसे सवाल किए जा रहे हैं. कश्मीर में जवानों की हत्या हो रही है. बहुमत से चुनकर दी गई सरकार का गला राजधानी दिल्ली में ही कसा जा रहा है. नौकरशाहों को ऐसा ही रवैया रहा तो चुनाव लड़ना और राज्य चलाना मुश्किल हो जाएगा. 
(फोटो: ट्विटर)

दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठेगा इसका फैसला शिवसेना करेगी

पीएम मोदी की विदेश यात्रा पर कटाक्ष करते हुए सामना में लिखा है-

धूलभरी आंधी केवल दिल्ली में नहीं बल्कि पूरे देश में उठ चुकी है. क्योंकि पीएम मोदी अक्सर विदेश यात्रा पर रहते हैं, इसलिए इस आंधी के धूल के कण उनकी आंखों और सांसों में नहीं जा रहे हैं. जनता परेशान है, शिवसेना की राह कभी आसान नहीं रही है. उसकी राह हमेशा ऊबड़-खाबड़ रास्तों से ही गुजरी है. इसके बावजूद भी शिवसेना इन रास्तों को पार करती आई है और आगे भी करेगी. महाराष्ट्र में शिवसेना अपने दम पर सरकार बनाएगी और दिल्ली के तख्त पर कौन बैठेगा, यह फैसला भी शिवसेना लेगी.

शिवसेना और बीजेपी के रिश्ते में पिछले कई महीनों से दरार पड़ी है. बीजेपी की सहयोगी पार्टी होने के बावजूद शिवसेना विपक्षी पार्टी की तरह हर मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरती रही है. 6 जून को जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे थे तो उम्मीद थी कि दोनों पार्टियों के बीच की दूरियां कम होंगी, लेकिन इस मुलाकात का भी कोई फायदा नहीं हुआ.

कई मौके पर शिवसेना की तरफ से यही बयान आते रहे हैं कि 2019 का चुनाव वो अकेले अपने दम पर लड़ेंगे. अब सबकी नजर आज शाम को होने वाले शिवसेना के कार्यक्रम पर है, जहां उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर शिवसैनिकों को संबोधित करने वाले हैं.

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