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लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना और बीजेपी के आपसी रिश्ते पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. ऐसे में शिवसेना ने एक बड़ा बयान दिया है. शिवसेना ने कहा है कि महाराष्ट्र में वो 'बिग ब्रदर' में रोल में रहने वाली है.
दरअसल, शिवसेना सांसद संजय राउत से मीडिया में चल रही इस तरह की रिपोर्ट के बारे में पूछा गया कि क्या प्रदेश में बीजेपी-शिवसेना बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है? इसके जवाब में संजय राउत ने कहा, ‘‘हमें इस बारे में कोई खबर नहीं है, न ही हमें कोई ऐसा प्रस्ताव मिला है. हम ऐसा कोई प्रस्ताव मानने के लिए यहां नहीं बैठे हैं. हम फिर कहते हैं कि महाराष्ट्र में हम (शिवसेना) बड़े भाई के रोल में ही रहेंगे.’’
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में सोमवार को पार्टी सांसदों की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में शिवसेना के सभी 18 सांसद और 3 राज्यसभा सांसद शामिल हुए थे. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मीटिंग में बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर फैसला हो सकता है. लेकिन अभी इस तरह की कोई ठोस जानकारी नहीं आई है.
शिवसेना सांसदों की बैठक के बाद संजय राउत ने मीडिया को उन मुद्दों के बारे में बताया जिन पर पार्टी के नेताओं ने चर्चा की. राउत ने बताया कि उन्होंने राफेल, महाराष्ट्र में सूखे जैसे मुद्दों पर चर्चा की.
वहीं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि 10 फीसदी आरक्षण वाले सामान्य वर्ग के लोगों का इनकम टैक्स माफ होना चाहिए. उन्होंने कहा, ''जब आपने उनको गरीब घोषित किया है, तो उनका इनकम टैक्स माफ होना चाहिए.''
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की पिछले सप्ताह मुलाकात के बाद ये समझा जा रहा है कि दोनों पार्टियों की राहें एक हो चुकी हैं. पहले जो बयानबाजी से दूरियां बढ़ती चली जा रही थीं, उन पर अब विराम लगता दिख रहा है. बाला साहब ठाकरे के सम्मान में स्मारक के गणेश पूजन शुरू होने से पहले दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में करीब आधा घंटा बातचीत हुई थी.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के लिए महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ बनते रिश्ते एक अच्छा संकेत है. दोनों पार्टियों के साथ चुनाव लड़ने से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी राहत मिल सकती है.
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