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पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. सोनिया गांधी की मंजूरी के बाद उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया है. पाटीदार आंदोलन के कद्दावर नेता हार्दिक पटेल, मोदी सरकार के खिलाफ मुखर नजर आते हैं. साथ ही गुजरात में पाटीदार समाज को हमेशा से ही राजनीति की नजर से काफी अहम माना जाता है. गुजरात में होने वाले किसी भी चुनाव में यह समाज समीकरण बदलने में काफी अहम भूमिका निभाता है.
साल 2015 से पहले हार्दिक पटेल लाइमलाइट से काफी दूर थे. नेशनल मीडिया में तो कभी उन्हें जगह ही नहीं मिल सकी थी. अगस्त, 2015 में हार्दिक पटेल ने राज्य सरकार से आरक्षण की मांग के लिए अहमदाबाद में पाटीदार समाज की महारैली का आयोजन किया था, जिसमें लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे. तभी से हार्दिक की न्यूज मीडिया और सोशल मीडिया पर खासी चर्चा होने लगी. इस पाटीदार आंदोलन के जरिए हार्दिक ने केंद्र की मोदी सरकार और गुजरात की बीजेपी सरकार को बड़ी चुनौती दी थी. पाटीदार समाज को आरक्षण दिलाने की मांग के चलते हार्दिक ने कई बड़े आंदोलन किए हैं. कुछ आंदोलन ने हिंसक रूप भी लिया, जिसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा. 2019 चुनाव से पहले काफी अटकलों, कयासों के बाद हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
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Published: 11 Jul 2020,08:31 PM IST