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समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस (Congress) का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Election 2023) में गठबंधन को लेकर बिगड़ा तालमेल अब जुबानी जंग की शक्ल ले चुका है. उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कांग्रेस और खासकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) पर जमकर निशाना साधा. एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव इस कदर हमलावर हो गए कि उन्होंने अजय राय को "चिरकुट" तक कह दिया.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, "वह पूर्व मुख्यमंत्री रहे, मैंने सुना है की सैनिक स्कूल के पढ़े हैं. ऑस्ट्रेलिया से पढ़ाई की है, बावजूद इसके उनके बोल बच्चन और शब्दों के चयन को देखिए. यह कहीं से पढ़े-लिखे की भाषा नहीं हो सकती. नेताजी मुलायम सिंह यादव के मुंह से कभी इस तरह के शब्द हम लोगों ने नहीं सुने."
उत्तर प्रदेश में 2017 में एसपी और कांग्रेस का विधानसभा चुनाव के दौरान गठबंधन था. चुनाव में करारी शिकस्त के बाद दोनों पार्टियों के रास्ते अलग हो गए. अब पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एसपी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात शुरू हुई लेकिन किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई. कांग्रेस के रवैये से नाराज अखिलेश यादव हमलावर हो गए और उनका गुस्सा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर फूट पड़ा.
हालांकि अखिलेश यादव की व्यक्तिगत टिप्पणी पर अजय राय ने भी पलटवार किया. "मैं पांच बार का विधायक हूं, मंत्री रहा हूं. मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा है. बीएसपी की सरकार में निर्दलीय चुनाव लड़कर बीएसपी के कैंडिडेट को शिकस्त दी. इसके बाद भी मैं चिरकुट और छोटा नेता हूं. मैं गोल्डन स्पून लेकर पैदा नहीं हुआ, साधारण परिवार में जन्मा, किसान का बेटा हूं. हमें इस तरह के संस्कार नहीं मिले."
अखिलेश यादव की नाराजगी अजय राय के उस बयान पर है, जब उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में एसपी का कोई जनाधार नहीं है और वहां पर उसे कांग्रेस को सपोर्ट करना चाहिए. पत्रकारों से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने अजय राय पर एक और तीखा हमला करते हुए कहा था, "प्रदेश अध्यक्ष की कोई हैसियत नहीं है. वो ना पटना की मीटिंग में थे और ना ही मुंबई की मीटिंग में. इंडिया गठबंधन के बारे में क्या जानते हैं वो? उनकी क्या हैसियत है कि वह बोल रहे हैं इस तरीके की बात?"
"मैंने तो बस इतना कहा था कि आपका मध्य प्रदेश में कोई आधार नहीं है, उत्तराखंड के बागेश्वर में चुनाव हुआ था वहां हमारे खिलाफ एसपी ने कैंडिडेट खड़ा कर उसे चुनाव हरवाया. उसके बाद घोसी में चुनाव हुआ. वहां हमारे पास बहुत ही मजबूत कैंडिडेट राज मंगल यादव थे. लेकिन राष्ट्रहित को देखते हुए हमने उन्हें चुनाव नहीं लड़ाया. बिना मांगे सपोर्ट दिया. इसके बाद वहां सुधाकर सिंह चुनाव जीते. घोसी, सेमरी और कल्पनात राय के इलाके का पूरा भूमिहारों का वोट अजय राय की वजह से सुधाकर सिंह को मिला."
अजय राय ने आगे कहा," मैंने सिर्फ यही बात कही थी कि मध्य प्रदेश में आपका सिर्फ एक एमएलए है, इसके अलावा कोई आधार और क्षमता आपकी वहां है नहीं. वहां आप कांग्रेस को सपोर्ट करके भाजपा को हराइए. शायद यही बातें उन्हें बुरी लगी है. जिसके बाद इन्होंने मेरे लिए अशब्द और गाली का प्रयोग किया है."
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