मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019तीन तलाक कानून के खिलाफ याचिकाओं पर SC ने भेजा केंद्र को नोटिस

तीन तलाक कानून के खिलाफ याचिकाओं पर SC ने भेजा केंद्र को नोटिस

तीन तलाक कानून के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
तीन तलाक कानून के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 
i
तीन तलाक कानून के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 
(फोटो: क्विंट)

advertisement

सुप्रीम कोर्ट तीन तलाक कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. तीन तलाक कानून के खिलाफ दायर तीन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस भी जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने चार हफ्ते में केंद्र से इस मामले को लेकर जवाब दाखिल करने को कहा है.

तीन तलाक के खिलाफ याचिका

तीन तलाक बिल के लोकसभा और राज्यसभा से पास होने के ठीक बाद इस कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. इसे लेकर तीन अलग-अलग याचिकाएं दायर हुई थीं. जिस पर अब सुप्रीम कोर्ट समीक्षा के लिए तैयार हो गया है. केरल में सुन्नी मुस्लिमों और मौलवियों के एक धार्मिक संगठन ‘समस्त केरल जमीयतुल उलेमा’ ने सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक कानून के खिलाफ याचिका दायर कर इसे असंवैधानिक घोषित किये जाने की अपील की थी.

इसके अलावा कुछ ही दिन पहले इस कानून की वैधता को चुनौती देने के लिए एक और याचिका दायर हुई थी. जमीयत उलमा-ए-हिन्द ने सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी. याचिका में कहा गया है कि,

इस कानून से संविधान के प्रावधानों का कथित रूप से उल्लंघन होता है. इस याचिका में भी मुस्लिम महिला (विवाह में अधिकारों का संरक्षण) कानून, 2019 को अंसवैधानिक घोषित करने का अनुरोध किया गया है. वकील एजाज मकबूल के माध्यम से दायर इस याचिका में दावा किया गया है कि चूंकि मुस्लिम पति का बीवी को इस तरह से तलाक देने को पहले ही ‘अमान्य और गैरकानूनी’ घोषित किया जा चुका है, इसलिए इस कानून की कोई जरूरत नहीं है.

तीन तलाक कानून के खिलाफ तीसरी याचिका में भी कुछ यही मांग की गई है. इन तीनों याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई.

कानून बनने के बाद कई मामले दर्ज

तीन तलाक कानून बनने के बाद ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें पति ने पत्नी को फोन या फिर मैसेज में तीन तलाक दे दिया. इन सभी मामलों में अब इस नए कानून के तहत केस दर्ज हो रहे हैं. कई पुराने केसों को भी दोबारा से उठाया गया है और इस कानून के तहत कार्रवाई की मांग की गई है. इस कानून के बनने के बाद से ही कुछ मुस्लिम संगठन इसके विरोध में हैं. उनका आरोप है कि कानून महिलाओं के लिए बेहतर नहीं है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT