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बीते 20 सालों से अफगानिस्तान (afganistan) में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी का सोमवार (30 अगस्त) अंतिम दिन रहा. आखिरी विमान C-17 ग्लोबमास्टर आखिरी सैनिक, 82वें एयरबोर्न डिवीजन (82 nd Airborne Division) के कमांडर क्रिस डोनह्यू (Chris Donahue) और राजदूत को लेकर उड़ गया।
अमेरिकी सैनिकों के पूरी तरह से निकल जाने के बाद तालिबान के आतंकवादियों में खुशी का माहौल है और वे जश्न मना रहे हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पेंटागन ने स्वीकार किया है कि वह अफगानिस्तान से उसने लोगों को नहीं निकाल पाया जितनी उम्मीद थी.
अमेरिकी सेना के पूरी तरह अफगानिस्तान से निकलने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अमेरिकी सैनिकों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि
अमेरिकी सैनिकों के के बाद तालिबान ने जश्न में कोई कमी नहीं छोड़ी. तालिबानी लड़ाकों ने काबुल में अंधाधुंध हवाई फायरिंग करके और पटाखे चलाकर अमेरिकी सैनिकों के जाने पर खुशी जाहिर की.
तालिबान ने अमेरिका के वापस लौटने पर बयान जारी किया है. तालिबान ने कहा,
बता दें कि अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने घोषणा की कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है, इसके साथ ही युद्धग्रस्त राष्ट्र पर वाशिंगटन के नेतृत्व वाले सेना के 20 साल का सफर का अंत हो गया है. यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर केनेथ मैकेंजी ने सोमवार मध्यरात्रि एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान घोषणा की,
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Published: 31 Aug 2021,12:53 PM IST