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नरेंद्र मोदी के लिए परेशानी के सबब बने ट्विटर पोल्स

ट्विटर पर हाल ही में किए गए कुछ पोल पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ जा रहे हैं

आदित्य मेनन
पॉलिटिक्स
Published:
ट्विटर पर हाल ही में किए गए कुछ पोल पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ जा रहे हैं
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ट्विटर पर हाल ही में किए गए कुछ पोल पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ जा रहे हैं
(फोटो: कामरान अख्तर/द क्विंट)

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कई सालों तक बीजेपी और इसके समर्थक ट्विटर पर राजनीतिक युद्ध के मैदान में हावी रहे हैं, लेकिन हाल ही में पार्टी माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर पिछड़ रही है. देश में बीजेपी विरोधी हैशटैग लगभग हर रोज ट्रेंड कर रहे हैं.

इसके अलावा, कथित तौर पर अपमानजनक कंटेट पोस्ट करने के लिए ट्विटर ने कई राईट-विंग हैंडल्स को सस्पेंड भी किया है.

ट्विटर के इन हैंडलों पर प्रतिबंध लगाने से गुस्साए बीजेपी समर्थकों ने अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए #ProtestAgainstTwitter हैशटैग भी चलाया और सरकार पर मामले का संज्ञान लेने और ट्विटर के अधिकारियों को इस पक्षपात पर अपनी सफाई देने के लिए समन जारी करने का दबाव भी डाला गया.

#GoBackModi जैसे बीजेपी विरोधी हैशटैग के अलावा, बीजेपी ट्विटर पोल में भी हार का सामना कर रही है. ट्विटर पर हुए पोल जनता की राय के विश्वसनीय संकेत नहीं दे रहे हैं, क्योंकि इसके नतीजे काफी हद तक पोल को पोस्ट करने वाले हैंडल के फॉलोअरों की प्रकृति पर निर्भर करते हैं.

बीजेपी के लिए चिंता की बात यह है कि यह अपने समर्थकों द्वारा किए गए ट्विटर पोल में भी खराब प्रदर्शन कर रही है.

उदाहरण के तौर पर, फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के इस पोल को ही देख लीजिए.

अग्निहोत्री बीजेपी समर्थक ट्विटर यूजरों की पसंद माने जाते हैं, जिनके ट्विटर पर 1.4 लाख फॉलोअर हैं. फिर भी, अग्निहोत्री के ट्विटर पोल के नतीजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ रहे और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बढ़त मिली.

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टाइम्स नाउ के किए गए पोल्स में भी कुछ ऐसे ही नतीजे देखने को मिले. इसे बीजेपी समर्थक न्यूज चैनल माना जाता है.

अगर टाइम्स नाउ के लिए पोल्स के लिए ऐसे नतीजे रहे, तो फिर रिपब्लिक भला कैसे पीछे रह सकता है?

हमें ट्विटर पोल्स पर आंख मूंदकर यकीन नहीं करना चाहिए. हालांकि इनसे हमें कुछ जरूरी जानकारी मिल सकती है. सी-वोटर के संस्थापक यशवंत देशमुख के अनुसार, सोशल मीडिया यूनिवर्स बीजेपी समर्थक है और ऑफलाइन सच्चाई वास्तव में पार्टी के लिए ट्विटर की दिखाई दर्शाई गई सच्चाई से भी बदतर हो सकती है.

इसलिए यहां पर दो बातें हो सकती हैं. पहली बात, जहां तक सोशल मीडिया के खेल की बात है, तो इन पोल्स से पता चलता है कि विपक्ष को यहां फायदा पहुंचा है. दूसरी बात, बीजेपी के लिए अधिक चिंता की बात है कि ये पोल्स पार्टी के खिलाफ लोगों के गुस्से को दर्शाते हैं.

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