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महाराष्ट्र (Maharashtra) में इन दिनों हिंदुत्व की राजनीति सियायत के गलियारों में खूब गूंज रही है. मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि चूंकि उन्होंने बीजेपी को अपने भोले पिता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को धोखा देते हुए देखा है, इसलिए वह खुद उस पार्टी के साथ चतुराई से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे हिंदुत्व के 'खेल' को नजरअंदाज नहीं कर सकते.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम हिंदुत्व के 'नए खिलाड़ियों' पर ध्यान नहीं देते हैं. एमएनएस का नाम लिए बिना उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी देखने की कोशिश कर रही है कि कोई फैक्टर काम कर रहा है या नहीं.
मराठी दैनिक 'लोकसत्ता' के साथ एक बातचीत के दौरान बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर बाल ठाकरे को बाद के जीवनकाल में धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "ये आरोप लगाया जाता है कि शिवसेना वैसी नहीं है जैसी बालासाहेब ठाकरे के समय थी. ये सही है. बालासाहेब भोले थे."
उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके पिता ने उनमें हिंदुत्व पैदा किया. राज ठाकरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैं ऐसे खिलाड़ियों पर ध्यान नहीं देता. लोगों ने अनुभव किया है कि ये लोग किस आधार पर और खिलाड़ी कौन से खेल खेलते हैं. कभी वे मराठी का खेल -खेलते हैं, कभी हिंदुत्व का. महाराष्ट्र के लोगों ने ऐसे खेल देखे हैं."
पिछले महीने हुई अपनी रैली में राज ठाकरे ने राज्य सरकार को 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया था. राज ठाकरे ने ऐसा न करने पर इन धार्मिक स्थलों के बाहर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाने की चेतावनी दी है. उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे के भाषणों का जिक्र करते हुए भी चुटकी ली. उद्धव ने आगे कहा कि शिवसेना एक 'हिंदुत्ववादी' पार्टी है. उन्होंने कहा कि
उन्होंने कहा कि उन्हें जो समझ में आया, वह आदेश केवल कुछ लाउडस्पीकरों को हटाने की बात नहीं करता है. उन्होंने कहा, "सभी धर्मों के लोगों को इसका पालन करना होगा."
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Published: 02 May 2022,09:58 AM IST