मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019काशी विद्यापीठ: NSUI को छात्रसंघ चुनाव में क्यों मिली बड़ी जीत?

काशी विद्यापीठ: NSUI को छात्रसंघ चुनाव में क्यों मिली बड़ी जीत?

NSUI के पैनल ने वाराणसी के काशी विद्यापीठ में हुए छात्र संघ चुनाव में ज्यादातर सीटों पर जीत दर्ज की है.

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
बनारस: काशी विद्यापीठ में NSUI ने जीती 8 में 6 सीटें,ABVP की हार
i
बनारस: काशी विद्यापीठ में NSUI ने जीती 8 में 6 सीटें,ABVP की हार
null

advertisement

कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI के पैनल ने वाराणसी के काशी विद्यापीठ में हुए छात्र संघ चुनाव में ज्यादातर सीटों पर जीत दर्ज की है. NSUI के उम्मीदवारों ने उपाध्यक्ष और महासचिव के पदों पर जीत हासिल की. चुनाव नतीजे से एबीवीपी को बड़ा झटका लगा है. NSUI के उम्मीदवारों ने संकाय प्रतिनिधि के रूप में भी 8 में से 6 सीटें जीती हैं.

NSUI ने काशी विद्यापीठ में उपाध्यक्ष, महामंत्री समेत 6 पद जीते हैं. वहीं अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी के विमलेश यादव ने जीत हासिल की है.  एक पद पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.

नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र हैं वाराणसी

NSUI की जीत और ABVP की हार अहम है क्योंकि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. ABVP 2017 में भी छात्र संघ चुनाव हार गई थी. NSUI की जीत को 'युवाओं के बदलते मूड के संकेत के रूप में देखती है' और पार्टी उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनावों में बड़े लाभ की उम्मीद कर रही है.

यूपी कांग्रेस इस जीत से उत्साहित नजर आ रही है. पार्टी के ट्विटर हैंडल से कार्यकर्ताओँ को जीत की बधाई दी जा रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 25 Feb 2021,09:44 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT