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'तजिंदर सिंह बग्गा' (Tajinder Bagga) एक नाम और तीन राज्यों की पुलिस परेशान. तजिंदर सिंह बग्गा भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव हैं. शुक्रवार सुबह पंजाब पुलिस ने बग्गा को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया. बग्गा के खिलाफ सोशल मीडिया में भड़काऊ पोस्ट और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने का आरोप है. लेकिन, हरियाणा पुलिस ने बग्गा को पंजाब पुलिस से लेकर दिल्ली पुलिस को सौंपा दिया. ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि तेजिंदर सिंह बग्गा कौन है और वह इतना तेजी से कैसे आगे बढ़ा?
ये वही तजिंदर सिंह बग्गा हैं, जिन्होंने साल 2011 में प्रशांत भूषण के सुप्रीम कोर्ट स्थित चेंबर में घुसकर उनके साथ मारपीट की थी. इस दौरान प्रशांत भूषण को गंभीर चोटें भी आई थीं. जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस घटना के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि लोकतंत्र में असहमति करने का हक किसी को भी है और मारपीट करना जायज नहीं है.
दिल्ली बीजेपी ने साल 2020 में तेजिंदर सिंह बग्गा को दिल्ली की हरि नगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. लेकिन, वो चुनाव हार गए. हरि नगर विधानसभा सीट से AAP की राज कुमारी ढिल्लन ने करीब 20 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. तजिंदर सिंह बग्गा को 37956 वोट मिले थे. वहीं, राज कुमारी ढिल्लन को 58087 वोट हासिल हुए थे.
तजिंदर सिंह बग्गा ने साल 2020 में अपने चुनावी हलफनामे में बताया था कि वह स्कूल ड्रॉपआउट हैं. लेकिन, उन्होंने चीन की नैशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से 'नैशनल डिवेलपमेंट कोर्स' में डिप्लोमा किया है. इसकी जानकारी उन्होंने अपने एफिडेविट में दी थी.
तजिंदर सिंह बग्गा ने भगत सिंह क्रांति सेना नामक संगठन के साथ राजनीति में कदम रखा था. बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने उन्हें 23 साल की उम्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल कर लिया. उसके बाद बीजेपी की दिल्ली इकाई ने 2017 में बग्गा को प्रवक्ता बना दिया. बग्गा सबसे कम उम्र में बीजेपी के प्रवक्ता बने थे. बग्गा आर्ट ऑफ लिविंग के अनुयायी भी हैं.
तजिंदर सिंह बग्गा को लाइम लाइट में रहना पसंद है, चाहें उसके लिए कुछ भी क्यों ना करना पड़े. बीजेपी में बड़ा ओहदा पाने से पहले बग्गा कई बार सुर्खियां बटोर चुके हैं. फिर चाहे अरुंधति रॉय के बुक इवेंट में हंगामा करना हो या फिर मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस मुख्यालय के बाहर चाय बेचनी हो या फिर दिल्ली की सड़कों पर पोस्टरबाजी. बग्गा को लाइमलाइट में रहना पसंद है. ट्विटर पर भी उनकी पोस्ट काफी आक्रामक रहती हैं.
'द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म पर केजरीवाल की टिप्पणी के विरोध में उनके आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी. CCTV कैमरों को नुकसान पहुंचाया था और बूम बैरियर तोड़ दिया था. साथ ही मेन गेट और दीवारों पर भगवा रंग पोता दिया था. बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और तेजिंदर बग्गा की अगुआई में 200 लोग सीएम आवास के करीब प्रदर्शन कर रहे थे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि पंजाब चुनाव में नहीं हरा सके तो बीजेपी अब केजरीवाल की हत्या कराना चाहती है.
तजिंदर पाल सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखकर इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलने की मांग की थी.
बग्गा एक तरह से विरोध की आवाज को हिंसक रूप से डराने के लिए जाने जाते हैं. काम करने के तरीके के बारे में बात करें तो बग्गा कोई भी हिंसक प्रदर्शन करने के पहले टीवी पत्रकारों को पहले से बता देते हैं, ताकि उनको अपने किए की अच्छी कवरेज मिल सके और वे खबरों में बने रहें.
तजिंदर सिंह बग्गा एक सोशल मीडिया इन्फ्ल्यूएंसर हैं. असर पॉजिटिव है या नेगेटिव ये तो आप खुद ट्वीट पढ़कर तय करें.
तेजिंदर बग्गा NaMo पत्रिका के एडिटर भी हैं. ये एक ऑनलाइन पोर्टल है. जो भगत सिंह क्रांति सेना चलाती है. इस पोर्टल पर पीएम मोदी द्वारा चलाई गईं योजनाओं और नई पहलों का प्रचार किया जाता है.
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Published: 06 May 2022,05:51 PM IST