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लोकसभा में बुधवार, 9 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर बहस के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भाषण दिया. अब राहुल गांधी के भाषण से कुछ शब्दों को लोकसभा (Loksabha) की कार्यवाही से हटा दिया गया हैं. बुधवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार को जमकर घेरा था. मणिपुर हिंसा पर भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कई ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिसपर सत्तापक्ष के सांसदों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद उन शब्दों को लोकसभा सचिवालय की ओर से संसदीय कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है.
राहुल गांधी ने बुधवार को मणिपुर में जारी हिंसा पर चुप्पी के लिए पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला था. अपने भाषण में उन्होंने 'हत्या', 'कातिल', 'देशद्रोही' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था. जिसे लोकसभा रिकॉर्ड से हटा दिया गया है.
बुधवार को राहुल गांधी लोकसभा में सांसदी बहाल होने के बाद पहली बार बोल रहे थे. राहुल ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया. राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि "भारत हमारी जनता की आवाज है. दिल की आवाज है. आपने मणिपुर में उस आवाज की हत्या की. इसका मतलब आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की. आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत माता की हत्या की. आप देशद्रोही हो. आप द्रेशप्रेमी नहीं हो. इन्होंने पूरे हिंदुस्तान की हत्या की है."
लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच कई बार तीखी नोकझोंक भी हुई थीं. इसके अलावा राहुल के भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी बीच में भी टोका, इसके अलावा सत्ता पक्ष के कई सांसदों आपत्ति भी जताईं और राहुल से 'भारत माता' पर दिए गए बयान को लेकर माफी मांगने को भी कहा.
कांग्रेस ने लोकसभा सचिवालय की इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई है. कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा हैं कि,"सदन में यदि कोई शब्द असंसदीय है तो उसे हटाने का प्रावधान है. मुझे नहीं लगता कि राहुल गांधी ने कोई असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया है. राहुल गांधी ने कहा कि भारत माता को अपमानित किया जा रहा है. मैंने इस मुद्दे को लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उठाया है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह इसपर विचार करेंगे."
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट करते हुए कहा कि,"राहुल गांधी ने लोक सभा में भारत की आवाज रखी. पंडित नेहरू ने कहा था -'भारत माता', भारत के ही लोग हैं. मणिपुर की हिंसा को हमारे अपने भाई- बहन झेल रहे हैं, बीजेपी की संवेदनहीनता वो भुगत रहे हैं."
सत्ता पक्ष के सांसदों ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अगर कुछ भी असंसदीय कहा जाता है तो उसे हटा दिया जाता है और यह एक पुरानी प्रथा रही है. ये कोई नई बात नहीं है.
वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी कल अपने भाषण के दौरान कभी परेशान नहीं हुए, लेकिन 'भारत माता की हत्या' शब्द ऐसा नहीं है जिसका इस्तेमाल संसद में किया जाना चाहिए.
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