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जयपुर REET भर्ती परीक्षा-2021 में हुई धांधली के मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच शुरू कर दी है. ED ने पिरवेन्शन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया हैं. इससे भर्ती परीक्षा के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों पर ED का शिकंजा कस सकता है.
इस मामले की पूर्व में जांच कर रही SOG 48 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. करीब एक करोड़ 20 लाख रुपये से ज्यादा की नकदी जब्त कर चुकी है. माना जा रहा हैं कि ED इस मामले में कई बड़े नामों सहित अन्य लोगों को सम्मन जारी कर बुला सकती हैं.
BJP इस मामले के तार बड़े लोगों तक होने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच CBI को देने की मांग कर रही थी. राज्य सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रकरण को ED में दर्ज करने के लिए ED ऑफिस के बाहर धरना भी दिया था और कुछ सबूत भी ED को दिए थे. ऐसे में माना जा रहा है कि इन सबूतों के आधार पर केस दर्ज किया गया है.
फिलहाल, REET मामले की जांच SOG कर रही है. 48 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. इनमें से 11 जमानत पर बाहर आ चुके हैं. मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा के स्कूल-कॉलेज को सरकार ने ध्वस्त करा दिया है. ED के राडार पर पहले उन आरोपियों को माना जा रहा हैं, जिन्होंने पैसे का लेनदेन किया था.
SOG जांच में भी पैसों का बड़ा लेन-देन सामने आया था. बाड़मेर के ठेकेदार भजनलाल को रामकृपाल से पेपर खरीदने के आरोप में SOG ने गिरफ्तार किया था. उससे 71 लाख जब्त हुए थे. उसे हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है.
रामकृपाल ने अलग-अलग लोगों से 1 करोड़ 22 लाख रुपए एकत्रित किए थे, उनमें से 71 लाख रुपए भजनलाल के पास पहुंचाए गए थे. SOG ने भजनलाल की निशानदेही पर 71 लाख रुपए जब्त किए थे, जबकि 11 लाख रुपए बैंक खाते में सीज कराए थे.
बता दें, रीट धांधली के 11 आरोपी जमानत पर बाहर आ चुके हैं. इनमें अमृत लाल, भजन लाल, भारती मीणा, उद्याराम, सोहनी, प्रदीप पाराशर, सविता चौधरी, भजन लाल विश्नोई, नरेंद्र विश्नोई और नीतीश कुमार की नियमित जमानत अर्जी स्वीकार की है.
आज की जांच शुरू होने के बाद इस मामले में लिप्त रहे आरोपियों की धड़कनें और बढ़ गई हैं. इस केस में रामकृपाल मीणा, भजनलाल विश्नोई, रवि बागड़ी और पृथ्वीराज मीणा सहित कई अन्य मुख्य आरोपी है.
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