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भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने दावा किया था कि जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब इस पर दिल्ली पुलिस ने सफाई देते हुए कहा है कि सत्यपाल मलिक खुद पुलिस स्टेशन आए थे और उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है.
बता दें दिल्ली के आरकेपुरम में मलिक के घर के पास किसान नेताओं और खाप प्रधानों ने उनके समर्थन में एक बैठक का आयोजन किया था. लेकिन इस जमावड़े को आरडब्ल्यूए और पुलिस ने अनुमति देने से इंकार कर दिया. इस बीच किसानों के लिए खाना बनवा रहे मलिक और उनके कार्यक्रम को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस पहुंची थी. जहां मलिक ने गिरफ्तारी देने की बात कही थी.
दिल्ली पुलिस की सफाई से पहले बीकेयू नेता चढ़ूनी ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश में दावा किया था कि उन्हें, खाप प्रधान और सत्यपाल मलिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि चढूनी ने बताया कि उन्हें किसी अन्य थाने में रखा गया है, दिल्ली पुलिस ने केवल मलिक को लेकर स्थिति साफ की है चढूनी को लेकर नहीं.
दिल्ली पुलिस ने मलिक की गिरफ्तारी का खंडन करते हुए ट्वीट किया, "सत्यपाल मलिक को हिरासत में लिए जाने को लेकर सोशल मीडिया हैंडल पर गलत जानकारी फैलाई जा रही है."
दिल्ली पुलिस ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, "वह खुद अपने समर्थकों के साथ आरके पुरम थाने पहुंचे हैं. उन्हें सूचित किया गया है कि वह अपनी मर्जी से जाने के लिए स्वतंत्र है."
बता दें कि, सीबीआई ने शुक्रवार को मलिक को एक कथित रिलायंस बीमा घोटाला मामले से संबंधित सवालों के जवाब देने के लिए बुलाया था. समन पर प्रतिक्रिया देते हुए, मलिक ने कहा कि जांच एजेंसी ने उन्हें अगले हफ्ते अकबर रोड गेस्टहाउस में उपस्थित होने के लिए कहा है. उन्होंने कहा, "वे कुछ स्पष्टीकरण चाहते हैं जिसके लिए वे मेरी उपस्थिति चाहते हैं. मैं राजस्थान जा रहा हूं इसलिए मैंने उन्हें 27 से 29 अप्रैल तक की तारीखें दे दी हैं."
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