Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Sharad Yadav पंचतत्व में विलीन, नर्मदापुरम में बेटी-बेटे ने दी मुखाग्नि

Sharad Yadav पंचतत्व में विलीन, नर्मदापुरम में बेटी-बेटे ने दी मुखाग्नि

मध्य प्रदेश के नर्मदापुर में उनके गांव आंखमऊ में हुआ Sharad Yadav का अंतिम संस्कार

क्विंट हिंदी
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>Sharad Yadav Death: गुरुवार को शरद यादव का निधन हुआ</p><p></p></div>
i

Sharad Yadav Death: गुरुवार को शरद यादव का निधन हुआ

(फोटो: क्विंट)

advertisement

दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव (Sharad Yadav Funeral) पंच तत्व में विलीन हो गए. मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम स्थित उनके गांव आंखमऊ में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनकी बेटी सुभाषिनी और बेटे शांतनु ने उन्हें मुखाग्नि दी.

शरद यादव की इच्छा थी कि उनके घर के पास बने बाग में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाए. इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे. परिजन दोपहर करीब 3:30 बजे शरद यादव का पार्थिव शरीर लेकर ग्राम आंखमऊ पहुंचे. अपने नेता को देखकर गांव में शोक की लहर छा गई. शाम करीब 5:00 बजे घर के समीप बने खलिहान में धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पूरे गांव की आंखें नम

अपने गांव और गांव के लोगों से खासा प्रेम रखने वाले शरद यादव जी अक्सर अपने परिजनों से कहा करते थे की संसार से जाने पर अंतिम संस्कार गांव में ही किया जाए.

शरद यादव जी का बचपन ग्राम आंखमऊ में बीता है और प्रारंभिक पढ़ाई भी उनकी गांव में ही रह कर हुई. परिजनों के मुताबिक गांव पर प्रवास पर आने के दौरान वह अक्सर खलिहान में समय बिताया करते थे. उनकी इच्छा थी कि खलिहान में ही उन्हें विदा किया जाए. और उनकी इच्छा के अनुरूप खलिहान में उन्हें अंतिम विदाई दी गई. प्रशासन द्वारा राजकीय सम्मान के साथ सशस्त्र सलामी देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. परिजनों और ग्राम वासियों ने अपने चहेते नेता को नम आंखों से विदा किया. इस दौरान प्रशासन के आला अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.

कुछ ऐसा रहा शरद यादव का राजनैतिक सफर

शरद यादव ने 90 के दशक के अंत में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार और 1989 में वीपी सिंह सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया.

राज्यसभा के तीन बार सदस्य रहे और सात बार लोकसभा के लिए चुने गए. बिहार के सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के संस्थापक सदस्य भी रहे. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन को तोड़ने और बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के बाद उनका साथ छोड़ दिया था.

2018 में, उन्होंने अपनी खुद की पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल लॉन्च की, लेकिन दो साल बाद लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर दिया, यह कहते हुए कि यह "एकजुट विपक्ष की ओर पहला कदम" था.

(Input- आशीष मालवीय)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT