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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुजरात में बिहार, यूपी समेत उत्तर भारतीयों पर हमलों को खबरों को गलत करार दिया है. उन्होंने कहा है कि उनके राज्य यूपी समेत मध्य प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ गुजरात में हिंसा की खबरें झूठी हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने उनसे कहा है कि पिछले तीन दिनों में उनके राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है.
इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में हिंसा की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि इसकी जड़ें राज्य में बंद पड़े कारखानों और बेरोजगारी में है. व्यवस्था और अर्थव्यवस्था दोनो चरमरा रही है.. प्रवासी श्रमिकों को इसका निशाना बनाना पूरी तरह गलत है. मैं इसके खिलाफ खड़ा हूं.
इस बीच, गुजरात के साबरकांठा में मासूम के साथ हुई रेप की वारदात के बाद गैर-गुजरातियों को राज्य छोड़ने की धमकियों के बीच यूपी-बिहार के लोग अपने राज्य लौटने की खबरें आ करही हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, गैर-गुजरातियों पर हो रहे हमलों को देखते हुए हजारों कामगार गुजरात से पलायन कर गए हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गुजरात के हालात पर सीएम विजय रूपाणी से बात की है. नीतीश कुमार ने कहा है उन्होंने रूपाणी से बात की है और दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. वहीं आदित्यनाथ ने कहा कि गुजरात के सीएम ने कहा है कि बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश के लोगों पर कोई हमला नहीं हो रहा है.
साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना हुई थी. इस घटना में एक बिहार के रहने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद गैर-गुजरातियों पर हमलों की घटनाएं शुरू हो गईं. गैर-गुजरातियों पर हमलों के मामले में गुजरात के कई इलाकों से पुलिस ने अब तक 342 लोगों को गिरफ्तार किया है.
कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि याद रखें मोदी जी को यूपी के लोगों ने गले लगाया था.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री से बात की है. वो हालात पर नजर बनाए हुए हैं. जिसने भी क्राइम किया है उसे नहीं छोड़ा जाएगा.
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने मीडिया को बताया, ‘‘मुख्य रूप से छह जिले हिंसा से प्रभावित हुए हैं. मेहसाणा और साबरकांठा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. इन जिलों में 42 मामले दर्ज किये गये हैं. अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.''
उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सीआरपीएफ की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है.
डीजीपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने पर दो मामले दर्ज किये गये हैं. हमलों के बाद गैर-गुजरातियों के पलायन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर वे अपने राज्यों के लिए रवाना हो रहे होंगे. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित जिले गांधीनगर में पुलिस अधिकारियों को कैंपों का आयोजन करने और स्थानीय नेताओं के साथ बात करने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराए गए हैं.
इस बीच कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने ऐलान किया कि इन हमलों के मद्देनजर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किए गए ‘झूठे मामलों' को अगर सरकार ने वापस नहीं लिया, तो वे 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना' उपवास करेंगे.
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