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अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) को लेकर बिहार में नौजवानों का उग्र प्रदर्शन जारी है. इसी क्रम में शुक्रवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल के घर पर धावा बोल दिया. इसके बाद जायसवाल ने अपनी ही सहयोगी सरकार के प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि सरकार कार्रवाई करने में असमर्थ नजर आ रही है. हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब JDU-BJP की राह किसी मुद्दे पर अलग-अलग है.
दरअसल, शुक्रवार को अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे छात्रों ने बिहार के बेतिया में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल के घर पर हमला बोल दिया. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम रेणु देवी के घर पर भी तोड़फोड़ की. इससे नाराज बीजेपी प्रदेशाध्य ने अपने सहयोगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने में हिचक रही है. हमारे घर को उड़ाने की साजिश थी. हमारे हिसाब से प्रशासन मुस्तैद नहीं है. प्रशासन को और अच्छे तरीके से काम करना चाहिए और प्रदर्शनकारियों को चिन्हित कर कार्रवाई करनी चाहिए.
कॉमन सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर भी बीजेपी-जेडयू की राहें अलग हैं. जहां, एक तरफ बीजेपी के नेता कॉमन सिविल कोड को लागू करने को लेकर काफी मुखर हैं, तो वहीं दूसरी तरफ जेडीयू इससे इत्तेफाक नहीं रखती. जदयू की दलील है कि बिहार में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है. हमारा देश विभिन्नताओं से भरा हुआ है. ऐसे में यहां कॉमन सिविल कोड की जरूरत नहीं है.
देश में नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA को लागू करने के मुद्दे पर भी बीजेपी-जेडीयू की अलग-अलग राय है. जहां, बिहार बीजेपी के नेता इसे प्रदेश में लागू करना चाहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ जदयू इससे इनकार करती है. बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा था कि सीएए को बिहार में भी लागू किया जाएगा. इस पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और जेडीयू के ही कोटे से मंत्री संजय झा ने कहा था कि इसे बिहार में लागू करने का सवाल ही नहीं उठता है.
अभी कुछ दिन पहले ही जदयू नेता ललन सिंह ने इशारों-इशारों में विशेष राज्य के दर्जे की मांग उठाते हुए कहा था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, ताकि बिहार विकास के मामले में देश के अव्वल राज्यों में खड़ा हो सके. उन्होंने इशारों-इशारों में ही केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ राज्य वित्तीय कुप्रबंधन कर रहे हैं, उन्हें ज्यादा मदद मिल रही है, जबकि बिहार वित्तीय प्रबंधन कुशलता से कर रहा है, तब उसे जितनी मदद मिलनी चाहिए थी, उतनी नहीं मिल पा रही है. जब तक बिहार का विकास नहीं होगा, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है.
इसके जवाब में बीजेपी ने भी पलटवार किया था. बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा था कि जिसका प्रावधान ही खत्म हो गया है, उसकी मांग उठाना बेकार है. केंद्र सरकार बिहार को विशेष मदद कर रही है. विशेष पैकेज दे रही है. बिहार का विकास हो रहा है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में विकास हो रहा है और आगे भी बिहार को मदद मिलती रहेगी.
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