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मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री और अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल ने एनडीए छोड़ सकती हैं. अनुप्रिया ने कहा कि बीजेपी अपने सहयोगियों का ख्याल नहीं रखती है.
अनुप्रिया पटेल ने बीजेपी के साथ अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा, “बीजेपी के साथ हमें कुछ समस्याएं आईं. हमने आलाकमान से बात की, लेकिन उन समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ. इससे ये साबित होता है कि बीजेपी को अपने सहयोगी दलों की कोई चिंता नहीं है. अब हम अपना रास्ता चुनने के लिए स्वतंत्र है.”
अपना दल (एस) ने बीजेपी को 20 फरवरी तक का अल्टीमेटम दे रखा था. लेकिन उन्हें बीजेपी की तरफ से किसी भी तरह का कोई आश्वासन नहीं मिला. अनुप्रिया ने कहा है कि अपना दल को बीजेपी के साथ रहना है या नहीं. इसका फैसला पार्टी की बैठक में होगा.
इससे पहले बरेली में एक शादी समारोह में शिरकत करने आई केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी उनकी शिकायतों के प्रति गंभीर नहीं है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि उनकी इन शिकायतों को निपटाने के प्रति बीजेपी में कोई खास रुचि नहीं है. इसलिए अपना दल (एस),अपना रास्ता चुनने के लिए स्वतंत्र है.
2014 चुनाव में अपना दल (एस) और बीजेपी साथ-साथ चुनाव लड़े थे. अपना दल ने उस चुनाव में मिर्जापुर और प्रतापगढ़ सीट से जीत दर्ज की थी. योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में भी अपना दल से एक मंत्री है. हालांकि पिछले काफी समय से दोनों के बीच तनाव चल रहा है.
पार्टी लोकसभा चुनाव में कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी इस पर चर्चा हो रही है. पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी इस मामले पर आखिरी फैसला लेंगे.सूत्रों का कहना है कि इस बार अपना दल, आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में यूपी में पिछले बार से अधिक सीट की मांग कर रही थी. पिछले लोक सभा चुनाव में पार्टी को सिर्फ दो ही सीटें मिली थीं और अपना दल ने दोनों ही सीटों पर कब्जा जमा लिया था.
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