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असम के गोलाघाट और जोरहाट में जहरीली शराब पीने की वजह से गुरुवार से अभी तक 143 लोगों की जान जा चुकी है. अस्पताल में और लोगों की मौत हो जाने के बाद मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
रविवार शाम तक गोलाघाट में 85 लोगों (54 पुरुष, 31 महिला) और जोरहाट में 58 लोगों (43 पुरुष, 15 महिला) की मौत हुई है. मामले में पुलिस ने अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम देवेन बोरा और इंद्रोकोल्पो बोरा है.
राज्य भर में अवैध देशी शराब के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक 22 फरवरी से अब तक 4,860 लीटर अवैध शराब जब्त कर नष्ट किया जा चुका है. गोलाघाट उपायुक्त धीरेन हजारिका ने बताया कि अब तक जहरीली शराब पीने के बाद गोलाघाट जिले में कुल 85 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा जिले में करीब 100 लोगों का उपचार चल रहा है.
जोरहाट की उपायुक्त रोशनी कोराती ने कहा कि जिले में जहरीली शराब पीने के कारण रविवार तक 58 लोगों की मौत हुई है.
घटना के बाद से आम लोगों में काफी गुस्सा है. लोगों ने सड़कों पर उतरकर जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है. प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने कई देशी शराब की दुकानों को ध्वस्त कर दिया.
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पीड़ितों के परिवारों को दो लाख रुपये और इलाज करवा रहे लोगों को 50,000 रुपये की सरकारी मदद की घोषणा की है.
अब तक अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई करते हुए कानून के उल्लंघन और अवैध शराब की बिक्री व उत्पादन के कुल 90 मामले दर्ज किए गए हैं.
बताया जा रहा है कि गुवाहाटी से 300 किमी दूर गोलाघाट के सालमोरा चाय बागान और जोरहाट जिले के टिटोरबोर उपमंडल के दो दूरदराज के गांवों में गुरुवार रात बड़ी संख्या में लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया था.
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