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माता- पिता, सास-ससुर के साथ समय बिताने के लिए असम सरकार देगी 2 दिन की छुट्टी

अतिरिक्त छुट्टियों का लाभ किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहीं लिया जा सकता

क्विंट हिंदी
राज्य
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<div class="paragraphs"><p>हिमंता बिस्वा सरमा</p></div>
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हिमंता बिस्वा सरमा

(फोटो: क्विंट हिंदी)

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असम में राज्य सरकार के कर्मचारियों और मंत्रियों को दो दिन की विशेष छुट्टी की अनुमति होगी ताकि वे अगले साल जनवरी में माता- पिता या सास-ससुर के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें. राज्य कैबिनेट ने बुधवार, 24 नवंबर को इस फैसले पर मुहर लगाया कि मंत्रियों सहित राज्य सरकार के कर्मचारियों को 6 और 7 जनवरी 2022 को दो दिन की छुट्टी होगी. यह शनिवार और रविवार (8 और 9 जनवरी 2022) को साथ मिलाकर कुल चार दिन की छुट्टी होगी.

6-7 जनवरी 2022 की अतिरिक्त छुट्टियों का लाभ किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहीं लिया जा सकता है, सिवाय इसके कि कर्मचारी बुजुर्ग माता-पिता या कहीं और रहने वाले सास-ससुर से मिलने जाएं, उन्हें घुमाने ले जाएं या घर पर उनके साथ समय बिताएं.

सूबे के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हालांकि मंत्री छुट्टी के हकदार नहीं थे, लेकिन सरकार ने उन्हें निर्धारित दिनों में काम से कुछ समय के लिए छुट्टी लेने की अनुमति दी है.

“मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत खुशी होगी जब उनमें से हरेक नए साल की शुरुआत में अपने माता-पिता का आशीर्वाद लेगा ताकि राज्य के लाभ के लिए अच्छा काम कर सकें”

गौरतलब है कि असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने 15 अगस्त , स्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की थी कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार अपने कर्मचारियों को अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ समय बिताने के लिए हर साल एक अतिरिक्त सप्ताह की छुट्टी देगी.

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पहले भी की गयी थी पहल

इससे पहले भी तात्कालिक सर्बानंद सोनोवाल कैबिनेट में वित्त मंत्री के रूप में, हिमंता बिस्वा सरमा ने 2018 में घोषणा की थी कि सरकारी कर्मचारी अगर अपने आश्रित माता-पिता की देखभाल करने में विफल रहते हैं तो उनके वेतन का 10% काट लिया जाएगा और सीधे माता-पिता को स्थानांतरित कर दिया जाएगा.

मालूम हो कि असम एम्प्लाइज पैरेंट रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड नॉर्म्स फॉर एकाउंटेबिलिटी एंड मॉनिटरिंग एक्ट, 2017 के अनुसार कर्मचारियों के लिए आश्रित माता-पिता के साथ-साथ विकलांग भाई-बहनों की देखभाल करना अनिवार्य है.

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