advertisement
बीएमसी ने मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लैब को कोरोना टेस्टिंग और सैंपल लेने पर फिलहाल रोक लगा दी है. मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लैब ऐसे व्यक्तियों का भी टेस्ट कर रहा है, जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं. हाई रिस्क कॉन्टैक्ट नहीं होने के बावजूद जांच की बात सामने आने के बाद बीएमसी ने मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लैब को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
बीएमसी ने मुंबई में करीब 11 निजी लैब को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के प्रोटोकॉल के तहत टेस्टिंग और सैंपल कलेक्ट करने के लिए अधिकृत किया है.
बीएमसी का कहना है कि मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लैब के टेस्टिंग और सैंपलिंग को लेकर अलग-अलग वॉर्ड से शिकायत मिली थी, जिसके बाद नोटिस दिया गया है. बीएमसी ने कुछ दिनों पहले ही कोरोना टेस्ट को लेकर नया सर्कुलर जारी किया है, जिसमें उन्होंने साफतौर पर ये बात कही है कि जिन लोगों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं है, उनकी जांच नहीं की जाएगी, और जो हाई रिस्क कॉन्टैक्ट लोग हैं, उन्हें क्वॉरन्टीन करने के 5 दिनों के बाद अगर उन्में लक्षण दिखाई देते है तो ही उनकी जांच की जाएगी. ये नियम सभी के लिए हैं.
मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लैब ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने नोटिस का जवाब बीएमसी को भेज दिया है. लैब ने एक और बात साफ कही है कि बीएमसी ने उन्हें उनके पैनल से नहीं हटाया है. बीएमसी के साथ मिलकर COVID-19 की इस लड़ाई में मेट्रोपोलीस हेल्थकेयर लैब मिलकर काम कर रही है.
मुंबई में कोरोना संक्रमित के 2700 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. धारावी, गोवंडी, वर्ली और वडाला जैसे इलाकों में आंकड़े रुकने का नाम नहीं ले रहे है, जो बीएमसी के लिए चिंता का विषय है. जानकारी के मुताबिकस इन इलाकों के लिए विशेष प्लान बनाने की तैयारी है, जिसके जरिये इन इलाकों में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को कम किया जा सके.
महाराष्ट्र में कोरोना के केस 4,000 का आंकड़ा पार कर चुके हैं. राज्य में ठीक होने के बाद 507 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है. कुल 87,254 लोग घरों पर क्वॉरन्टीन में हैं, जबकि 6,743 लोगों को प्रशासनिक क्वारंटीन में रखा गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)