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मुंबई के डोंगरी इलाके में शनिवार रात घर लौटने के बाद एक मजदूर की मौत हो गई. मजदूर के साथ कमरे में रहने वाले उसके साथी का आरोप है कि पुलिस ने कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर उसकी पिटाई की थी. हालांकि पुलिस ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मजदूर की मौत हृदय रोग के चलते हुई.जेजे मार्ग पुलिस ने इस संबंध में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है.
मृतक सगीर जमील खान के साथी का दावा है कि शनिवार रात घर लौटने के बाद खान ने उसे बताया था कि जब वह नल बाजार इलाके में ठेले पर फ्रिज देने जा रहा था तो डोंगरी में फूल वाली गली में पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसके सिर, हाथ तथा पीठ पर वार किया.उसके साथी ने पत्रकारों को बताया कि इसके बाद रात्रिभोज करते समय खान अचानक गिर गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हालांकि जोन-1 के पुलिस उपायुक्त संग्राम सिंह निशानदार ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि खान की मेडिकल रिपोर्ट से पता चलता है कि उसकी मौत हृदय संबंधी रोग के कारण हुई. उसके शरीर पर अंदरूनी या बाहरी चोट के निशान नहीं थे. उन्होंने कहा, ''गली की सीसीटीवी फुटेज में वह पुलिस नाकेबंदी से अच्छी खासी दूरी से गुजरता हुआ दिखता है. पुलिस पर लगे आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं.'' अधिकारी ने कहा कि विसरा मेडिकल जांच के लिए भेजा जाएगा और शव को अंतिम संस्कार के लिए रिश्तेदारों को सौंप दिया जाएगा.
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