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कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन की ओर डोर टू डोर सर्वे कर रही एक आशा कार्यकर्ता के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. मंगलवार (21 अप्रैल) को महिला सर्वे का काम कर रही थी इसी दौरान उस पर हमला किया गया. इस मामले में फरिदाबाद पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबरों के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि घटना फरीदाबाद सेक्टर-62 आशियाना अपार्टमेंट में हुई. घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
आशा कार्यकर्ता रेखा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वह कोरोना को लेकर घर-घर सर्वे करती है, जिसमें वह लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेती है. साथ ही लोगों के यात्रा के बारे में पूछताछ करती हैं. वह मंगलवार को भी सेक्टर-62 में सर्वे करने के लिए गई थी. इस दौरान एक घर का दरवाजा खटखटाया तो घर से निकले लोगों से जब पूछताछ की तो उन्होंने जानकारी देने से मना कर दिया.
रेखा ने बताया कि, जब उन लोगों से यात्रा और जमात में शामिल होने की बात पूछी, तो वे लोग उग्र हो गए और मारपीट शुरू कर दी, जिसके बाद उन्हें पुलिस को बुलाना पड़ा.
कुछ हफ्ते पहले बेंगलुरु में आशा कार्यकर्ताओं के साथ भी ऐसा ही हुआ था. 1 अप्रैल को बेंगलुरु के हेन्नूर क्षेत्र में COVID-19 को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान आशा कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवाहर करने के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.
यहां आशा कार्यकर्ताओं ने भी लोगों से उनकी यात्रा के बारे में जानकारी ले रही थी, जिसके बाद यहां लोग उग्र हो गए.
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