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कोरोना महामारी के कारण पहले ही लॉकडाउन झेल चुकी राजधानी दिल्ली (Delhi) अब जल्द ही खतरनाक प्रदूषण (Pollution) स्तर के कारण भी घरों में बंद हो सकती है. दिल्ली सरकार ने राजधानी के जहरीले वायु संकट से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा आदेशित एक आपातकालीन बैठक में वीकेंड लॉकडाउन लगाने और एक सप्ताह के लिए वर्क फ्रॉम होम का सुझाव दिया है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने NDTV को बताया है कि,
पहले ही जहरीली हवा के कारण स्कूलों को बंद करने पर मजबूर हो चुकी दिल्ली सरकार ने ये भी फैसला लिया है कि शहर में निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों पर बुधवार 17 नवंबर से रोक लगाई जाएगी.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 15 नवंबर को वायु संकट पर कड़े सवाल उठाए जाने और तत्काल कदम उठाने का आह्वान करने के एक दिन बाद एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग कमीशन ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की थी, जिसमें सभी ने अपना-अपना पक्ष रखा.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि "हम केंद्र को निर्देश देते हैं कि वो कल एक आपात बैठक बुलाए और हमें बताए कि वे क्या कदम उठा सकते हैं."
कोर्ट ने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने की घटना पर ही सारा दोष न मढ़े. दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए अदालत ने कहा " बेतुके बहाने हमें उस राजस्व का उचित ऑडिट करने के लिए मजबूर करेंगे जो आप कमा रहे हैं और लोकप्रियता के नारों पर खर्च कर रहे हैं"
हालांकि सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के हलफनामे में दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलने के योगदान पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सवाल उठाया है.
प्रेस रिलीज में गोपाल राय ने यह भी जानकारी दी है कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ कैंपेन का दूसरा चरण 19 नवंबर से 3 दिसंबर तक चलाया जाएगा.
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम) के पूर्वानुमान के अनुसार दिल्ली में हवा की गुणवत्ता मंगलवार, 16 नवंबर को 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है, लेकिन आज रात यह 'गंभीर' श्रेणी में आ सकती है.
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