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दिल्ली के सातों लोकसभा सीटों पर शनिवार, 25 मई को मतदान हो रहे है. मतदान से एक दिन पहले 24 मई की देर रात को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ( V K Saxena) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सहित आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच तीखी जुबानी बहस छिड़ गई. प्रत्येक ने एक-दूसरे पर लोगों को परेशान करने और शनिवार को दिल्ली में सात लोकसभा क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया प्रभावित करने की योजना बनाने का आरोप लगाया.
आइए यहां जानते हैं कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने क्या-क्या आरोप लगाए हैं.
आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी ने 'एक्स' पर ट्वीट करते हुए कहा, "ऐसी जानकारी मिली है कि आज दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिए हैं कि जहां INDIA गठबंधन के वोटर भारी संख्या में हैं, वहां पर वोटिंग धीरे करवानी है ताकि लोगों को वोट डालने में दिक्कत हो. प्रशासन द्वारा बीजेपी को जिताने का ऐसा कोई भी प्रयास गैर-कानूनी, गैर-लोकतांत्रिक और गैर-संवैधानिक है. और मैं उम्मीद करती हूं कि चुनाव आयोग इसका संज्ञान लेगा, और ऐसे किसी भी प्रयास पर रोक लगाएगा."
AAP नेताओं के आरोपों पर जवाब देते हुए उपराज्यपाल के ऑफिस ने रात लगभग 11 बजे एक बयान जारी किया. ऑफिस ने कहा कि AAP ने शनिवार, 25 मई को मतदाताओं को परेशान करने और इसका दोष केंद्र पर लगाने की योजना तैयार की है.
बयान में दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा, "जानकारी मिली है कि अरविंद केजरीवाल के आदेश पर बिजली और जल मंत्री आतिशी मार्लेना ने बिजली कंपनियों और दिल्ली जल बोर्ड को जानबूझकर बिजली और जल की आपूर्ति में कटौती करने का निर्देश दिया है. ऐसा इसलिए ताकि दिल्ली के लोगों को परेशानी हो."
उपराज्यपाल ने निर्देश दिया है कि केजरीवाल के इन आदेशों का पालन नहीं किया जाना चाहिए. उपराज्यपाल ने आगे कहा कि यह भी जानकारी मिली है कि केजरीवाल ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि वह आदतन केंद्र सरकार पर आरोप लगाकर दिल्ली की जनता को भ्रमित और धोखा दे सकें.
इसके बाद AAP नेताओं के आरोपों पर जवाब देते हुए उपराज्यपाल वीके सक्सेना के ऑफिस ने रात लगभग 12: 27 बजे ट्वीट करते हुए शायराना जवाब देते हुए कहा, "आदत ही बना ली है आप ने तो ऐ केजरीवाल साहब, जिस हाल मे रहना, बस रोते हुए रहना." इसके साथ ही वीके सक्सेना ने कहा, मैंने आपके द्वारा समर्थित एक मंत्री द्वारा एक संवैधानिक प्राधिकारी के खिलाफ चुनाव की पूर्व संध्या पर दिए गए इस अनुचित और झूठे बयान पर कड़ा रुख अपनाया है.
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