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दिल्ली में 2018-19 सेशन के लिए नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया की शुरुआत 27 दिसंबर से हो रही है. एडमिशन फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख 17 जनवरी होगी. मतलब पेरेंट्स 27 दिसंबर से 17 जनवरी तक एडमिशन फॉर्म अलग-अलग स्कूलों में जमा करा सकते हैं.
शिक्षा निदेशालय ने एडमिशन के लिए गाइडलाइन जारी की है. एडमिशन के लिए चयनित बच्चों की पहली सूची 15 फरवरी को निकाली जाएगी.
स्कूलों को आजादी दी गई है कि नर्सरी, केजी और क्लास वन में एडमिशन के लिए वे अपने हिसाब से क्राइटेरिया बना सकते हैं. शिक्षा निदेशालय के आदेश के मुताबिक, दिल्ली के सभी स्कूलों को अपनी क्राइटेरिया स्कूल की वेबसाइट पर डालनी होगी. इसी आधार पर एडमिशन के लिए बच्चों को चुना जाएगा.
एडमिशन के लिए तीन प्रमुख क्राइटेरिया तय की गई है. एलुमिनाई क्राइटेरिया के तहत बच्चों के पेरेंट्स का उस स्कूल में पढ़ा होना जरूरी है, जिसमें वे अपने बच्चे का एडमिशन करवाना चाहते हैं. स्कूल और बच्चे घर के बीच की दूरी को भी क्राइटेरिया का एक अहम हिस्सा बनाया गया है. इसके अलावा स्कूल में सगे भाई-बहन के होने को भी क्राइटेरिया के तहत अंक दिए जाते हैं.
इस साल नर्सरी में एडमिशन के लिए लोअर एज लिमिट तीन साल है. सरकार ने 2018-19 सेशन के लिए अपर एज लिमिट को फिक्स नहीं किया है. एजुकेशन डायेरक्टर का कहना है कि पैरंट्स को पूरा वक्त मिले, इस वजह से इसे अकेडमिक सेशन 2019-20 से लागू किया जाएगा.
नर्सरी एडमिशन में धांधली को रोकने के सरकार ने सभी स्कूल को निर्देश दिया है कि वो एडमिशन प्रोसेस में ट्रांसपेरेंसी रखें. शिक्षा निदेशालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक, 1 फरवरी को जनरल कैटेगिरी के तहत एडमिशन एप्लीकेशन वाले बच्चों की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करेंगे और फिर 8 फरवरी को स्कूल प्वाइंट सिस्टम के हिसाब से बच्चों को मिले नंबरों की जानकारी इंटरनेट पर डालनी होंगी. जिसके बाद 15 फरवरी को चुने हुए बच्चों की पहली लिस्ट आएगी.
साथ ही स्कूलों को वेटिंग लिस्ट वाले बच्चों का नाम भी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी. 31 मार्च को एडमिशन की सारी प्रोसेस खत्म हो जाएगी.
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