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कर्नाटक में बागी विधायकों के रुख को लेकर अब भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधानसभा में बहुमत साबित करने का दावा कर चुके हैं. जेडीएस-कांग्रेस सरकार का बागी विधायकों को मनाने की कोशिश जारी है. इसके बाद भी विधायक अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं. अब कांग्रेस के 5 और बागी विधायक इस्तीफे के मंजूरी में देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं.
कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद सिंह और रोशन बेग समेत पांच विधायकों ने विधानसभा स्पीकर की ओर से उनका इस्तीफा स्वीकार न करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
इससे पहले जेडीएस-कांग्रेस के 10 बागी विधायकों ने विधानसभा के स्पीकर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. सुप्रीम कोर्ट ने इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 16 जुलाई तक यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया था.
विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा सौंप चुके 16 विधायक को जेडीएस-कांग्रेस सरकार के नेता लगातार मनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच 13 जुलाई को कांग्रेस नेता डी शिवकुमार ने बागी विधायक एमटीबी नागराज से मुलाकात की. नागराज से मिलने के बाद कांग्रेस नेता डी शिवकुमार ने कहा, ''हमें साथ जीना चाहिए और साथ ही मरना चाहिए क्योंकि हमने पार्टी के लिए 40 साल काम किया है. हर परिवार में उतार-चढ़ाव आते हैं. हमें सबकुछ भूलकर आगे बढ़ना चाहिए. इस बात से खुश हूं कि एमटीबी नागराज ने हमें भरोसा दिलाया है कि वह हमारे साथ ही रहेंगे.''
वहीं कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के साथ मुलाकात के बाद पार्टी के बागी विधायक नागराज बोले, ''परिस्थिति ऐसी थी कि हमने इस्तीफा दे दिया था. मगर अब डीके शिवकुमार और दूसरे लोग यहां आए और उन्होंने हमसे इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया. मैं के. सुधाकर राव से बात करूंगा और देखूंगा कि क्या किया जा सकता है. आखिरकार बात यह है कि मैंने कांग्रेस में दशकों बिताए हैं.'' इसके बाद एमटीबी नागराज ने सिद्दारमैया से मिलने उनके घर भी पहुंचे.
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि यह मामला बेवजह खींचा जा रहा है. कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के पास कोई विकल्प नहीं बचता जब सदस्यों ने व्यक्तिगत तौर पर उनसे मुलाकात की और अपने इस्तीफे सौंपे. चौधरी ने कहा, “अध्यक्ष की ओर से हो रही देरी चौंकाने वाली है. ऐसा लगता है कि वह उनकी ओर से पार्टी व्हिप की अवेहलना को आधार बनाकर सदस्यों को अयोग्य घोषित करने के बारे में विचार कर रहे हैं."
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि उन्हें नो कॉन्फिडेंस मोशन से कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि वो सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं.
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