advertisement
राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस में उथलपुथल नजर आ रही है. हाल ही में कांग्रेस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस ने अपने बाकी विधायकों को अंबाजी, वड़ोदरा और राजकोट भेज दिया है. इस बीच न्यूज एजेंसी पीटीआई ने खबर दी है कि राजकोट जिले के जिस रिजॉर्ट में कांग्रेस के विधायक भेजे गए थे उसके मैनेजर पर FIR दर्ज हो गई है. रिजॉर्ट पर कथित तौर पर लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप है.
बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की कुल चार सीटों पर 19 जून को होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच जोड़-तोड़ चल रही है. कांग्रेस के कुल आठ विधायकों के इस्तीफे देने के बाद अब बीजेपी को तीसरी सीट भी जीतने का पूरा भरोसा हो चला है.
वहीं कांग्रेस का कहना है राज्य से राज्यसभा की दूसरी सीट जीतने के लिए उसे केवल एक और वोट की जरूरत है, हालांकि पार्टी ने इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ कहने से मना कर दिया.
दरअसल, 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में इस वक्त बीजेपी के पास 103 और कांग्रेस के पास 65 विधायक हैं. पहले कांग्रेस के पास आठ और विधायक थे, मगर लॉकडाउन से पहले पांच ने इस्तीफा दिया था और हाल में कुछ दिनों के भीतर तीन और विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास अब 65 विधायक रह गए हैं. राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 35 वोट की जरूरत है. अगर कांग्रेस के आठ विधायक इस्तीफा न देते तो पार्टी दो सीटें जीतने में सफल हो सकती थी. लेकिन अब सिर्फ एक ही सीट जीतने की स्थिति में दिख रही है.
इसी तरह बीजेपी की बात करें तो उसे तीन सीटें जीतने के लिए कुल 106 वोट चाहिए. बीजेपी के पास 103 विधायक हैं. बीजेपी को सिर्फ तीन वोटों की दरकार है. पार्टी को यह वोट दो तरह से मिल सकते हैं. बीजेपी, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो और एनसीपी के एक विधायकों को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है. हालांकि अब तक इन विधायकों का समर्थन कांग्रेस को मिलता रहा है मगर माना जा रहा है कि बदली परिस्थितियों में पलड़ा मजबूत देखकर ये विधायक बीजेपी के साथ खड़े हो सकते हैं.
कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस की पहली पसंद शक्ति सिंह गोहिल हैं. जिसे प्रथम वरीयता का वोट मिलेगा, वही सीट पर जीतेगा. ऐसे में चौथी सीट की लड़ाई कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी के बीच नजर आ रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)