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हाल ही में पास हुए किसान बिल (Farmers Bill 2020) के खिलाफ देशभर में किसानों का विरोध जारी है. 6 अक्टूबर को हरियाणा के सिरसा में शुरू हुए हजारों किसानों के विरोध प्रदर्शन में पुलिस ने अब कार्रवाई करते हुए योगेंद्र यादव समेत दूसरे किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया. मंगलवार को किसानों ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का आवास घेरने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उनपर आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. इसके बावजूद किसानों ने अपना प्रदर्शन खत्म नहीं किया और रात भर धरना चालू रखा.
दोपहर करीब 2:30 बजे प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तक अपनी बात रखने के लिए सीएम आवास का घेराव करने के लिए मार्च निकाला, लेकिन घर से 500 मीटर दूर ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया. बैरिकेंडिंग कर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया.
दिनभर के विरोध प्रदर्शन के बावजूद किसान वहां डटे रहे. किसानों ने रात में सिरसा चौक पर धरना दिया. किसान नेता और प्रर्दर्शन कर रहे सभी किसान रातभर सिरसा चौक पर डटे रहे. किसानों ने सभी के लिए लंगर भी चलाया.
प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ बिजली मंत्री रणजीत सिंह से भी सवाल किए. किसानों ने चेतावनी भरे अंदाज में चौटाला और सिंह से पूछा कि वो या तो कुर्सी चुन लें या किसान.
किसानों ने अपील की कि किसान इन कानूनों की वकालत करने वाले किसी भी मंत्री, विधायक या सांसद को अपने गांव में प्रवेश न करने दें. पंजाब के अमृतसर में भी किसान संगठन पिछले कई दिनों से बिल का विरोध कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियां भी इस बिल को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं.
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