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जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई, 12 को बचा लिया गया जबकि 27 लापता हो गए. किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शफकत हुसैन ने को बताया कि किश्तवाड़ के दचन इलाके के हुंजर गांव में बादल फटने से सात शव बरामद किए गए और 12 लोगों को बचाया गया. एसएसपी ने कहा कि बचाव दल को 25 किलोमीटर मोटर योग्य सड़क को कवर करना पड़ा और फिर आपदा स्थल तक पहुंचने के लिए 15 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ी.
गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के एलजी और डीजीपी से बातकर हादसे की जानकारी ली है. लहाल राहत का काम चल रहा है, हमारी प्राथमिकता लोगों की जान को बचाना है.
बुधवार सुबह लगभग 4:20 के करीब बादल फटने से 6-8 घर उसकी चपेट में आ गए. . राहत और बचाव कार्य के लिए सेना पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा डच्चन के ऐसे इलाके में हुआ है जहां पर सड़क नहीं है.
वहीं बादल फटने से किश्तवाड़ के आसपास के इलाकों में चार पुल बह गए हैं. हादसे में अब तक जिन लोगों के शव बरामद हुए हैं उनकी पहचान- सज्जा बेगम (65 वर्ष), रकिता बेगम (24 वर्ष), एक खानाबदोश, गुलाम नबी तांत्रे (42 वर्ष) और अब्दुल मजीद (42 वर्ष), शामिल हैं.
स्थानीय पुलिस ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि किश्तवाड़ में भारी बारिश को देखते हुए किसी भी आपात स्थिति में लोग एसएसपी किश्तवाड़ को संपर्क कर सकते है, इसके अलावा पुलिस ने कई अन्य नंबर भी दिए हैं.
मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर बादल छाए हुए हैं. 30 जुलाई तक रुक-रुक कर बारिश जारी रहने कि संभावना है, वहीं कई जगहों पर भरी बारिश का भी अंदेशा है. मौसम विभाग ने सभी को सतर्क रहने कि सलाह दी है.
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