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जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के अवंतीपोरा जिले के त्राल में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का सबसे बड़ा स्थानीय आतंकवादी मारा गया.. अधिकारियों ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के विदेशी आतंकवादियों को रसद सहायता प्रदान करने के अलावा, मारा गया आतंकी शम्स-उद-दीन सोफी उर्फ शामसोफी नागरिकों की हत्याओं और नई भर्तियों में शामिल था.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "
पुलिस ने कहा कि उसके रिकॉर्ड के अनुसार, मारा गया आतंकवादी जून 2019 से सक्रिय था, जो कश्मीर घाटी में सक्रिय मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल था, वह कई आतंक संबंधी मामलों में शामिल समूहों का भी हिस्सा था, जिसमें सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले और नागरिक अत्याचार शामिल हैं. उसके खिलाफ पहले से ही कई आतंकी अपराध के मामले दर्ज हैं.
पुलिस ने कहा, "प्रासंगिक रूप से, मारे गए आतंकवादी को पहली बार वर्ष 2004 में गिरफ्तार किया गया था और पीएसए के तहत हिरासत में लिया गया था। वह आतंकी समूह में शामिल होने से पहले त्राल क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादियों को रसद सहायता और आश्रय प्रदान करने में भी शामिल था. इसके अलावा, वह स्थानीय युवाओं को आतंकी गुट में शामिल होने के लिए प्रेरित करने, त्राल क्षेत्र में आतंकी खेमे को पुनर्जीवित करने और विभिन्न आतंकी कृत्यों के माध्यम से व्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश रचने में भी शामिल था. इसके अलावा, वह कानून का पालन करने वाले नागरिकों और पुलिसकर्मियों को धमकाने में भी शामिल था।"
मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है. बरामद सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है.
पुलिस महानिरीक्षक, कश्मीर, विजय कुमार ने संयुक्त बलों को बड़ी सफलता के लिए बधाई दी है, जिसके कारण कई आतंकी अपराध मामलों में शामिल मोस्ट वांटेड आतंकवादी का सफाया हो गया.
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