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महोबा जिले की करीब 4 हजार छात्राओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चार हजार राखियां भेज कर रक्षाबंधन त्योहार में बुंदेलखंड राज्य की सौगात देने की मांग की है. महोबा जिला मुख्यालय में पिछले 410 दिनों से बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने की मांग को लेकर अनशन कर रहे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर के मुताबिक ये राखियां छात्राओं ने खुद बनाई हैं. पाटकर ने मीडिया से बात करते हुए ये भी बताया कि छात्राओं ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने पर मोदी की तारीफ भी की है.
पाटकर ने बताया कि ये सभी राखियां डाक के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय भेजी गई हैं, इससे पहले अलग राज्य के समर्थक मोदी को खून से खत भी लिख चुके हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोनभद्र जिले के उभा गांव में बीते महीने जातीय जनसंहार में मारे गए जनजातीय समुदाय के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए उभा जाएंगी. जिस गांव में गोंड समुदाय के लोग मारे गए थे प्रियंका गांधी उस गांव का दौरा भी करेंगी. प्रियंका का यह दौरा पीड़ित परिवारों से मिलने जाने के दौरान उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में उन्हें हिरासत में लिए जाने के करीब तीन हफ्ते के बाद होगा. बता दें कि जिला प्रशासन कि ओर से प्रियंका को चुनार किले में हिरासत में रखे जाने के एक दिन बाद इस जनजातीय समुदाय के सदस्य करीब 70 किलोमीटर चलकर प्रियंका गांधी से मिलने आई थीं.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी में अराजकता फैली हुई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री की कोई बात नहीं सुनता. सीएम की न तो उनके सहयोगी मंत्री सुनते हैं और न ही उनके अधिकारी. हिंदुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश यादव ने कहा कि अधिकारियों पर कार्रवाई का भी डर नहीं है.
बता दें कि शनिवार को समाजवादी पार्टी के दो बड़े नेता सुरेन्द्र सिंह नागर और संजय सेठ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे.
सामाजिक कार्यकर्ता और रैमोन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया. बता दें कि संदीप पांडेय ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने और घाटी में जारी बंद के विरोध में धरना देने की घोषणा की थी. इसके बाद उन्हें नजरबंद कर दिया गया. रविवार शाम में वो ‘स्टैंड फॉर कश्मीर’ नाम से एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले थे.
पांडेय ने साल 2002 में इमर्जेट लीडरशिप श्रेणी में रेमन मैग्सेसे अवार्ड जीता था.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में 13 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. शिवपाल ने कहा, ‘‘उपचुनावों में लड़ने के बजाय हम प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत करने पर फोकस करेंगे और 2022 विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी करेंगे.’’
हालांकि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रदेश में विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्र संघ के चुनावों में हिस्सा लेगी. प्रसपा युवाओं में अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है, जिससे समाजवादी पार्टी के वोट काटे जा सकें. फिलहाल संगठन को मजबूत करने के लिए शिवपाल प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. बता दें कि 8 अगस्त को लखनऊ में योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ विशाल विरोध प्रदर्शन किया था.
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