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रायबरेली से फिर से सांसद बनीं यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी मतदाताओं का आभार जताने के लिए बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा करेंगी. उनके साथ उनकी बेटी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी होंगी.
रायबरेली इकलौती ऐसी सीट है जिसे कांग्रेस ने 2019 के आम चुनावों में उत्तर प्रदेश में जीता है. अपनी यात्रा के दौरान, सोनिया गांधी चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा करने और उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने के भी लिए तैयार हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा, " सोनिया जी हाल ही में संपन्न आम चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन की समीक्षा करेंगी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रमुख पदों पर काबिज सभी नेताओं से चुनाव में हार के कारण का पता लगाने के लिए कहा गया है." पार्टी के सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी बुधवार को बैठक में मौजूद रहेंगे.
हालांकि, प्रियंका और सोनिया इस बार अमेठी का दौरा नहीं करेंगी. हाल ही में संपन्न चुनावों में अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 55,000 से अधिक वोटों के अंतर से मात देकर जीत हासिल की थी. हार के कारणों की जांच के लिए कांग्रेस ने पहले ही दो सदस्यीय समिति नियुक्त कर दी है.
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उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 जून से राज्य का एक 'फीडबैक टूर' शुरू करने की तैयारी में हैं. राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि योगी सभी अहम जिलों का दौरा करेंगे, जहां वह ग्रामीणों के साथ 'चौपाल' बैठक करेंगे और पुलिस थानों, अस्पतालों, तहसीलों और प्राइमरी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे. वह राज्य के दूरदराज के कस्बों, क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यो की भी समीक्षा करेंगे. ग्रामीणों के साथ बातचीत के लिए मुख्यमंत्री गांवों में रात्रि विश्राम भी कर सकते हैं.
अलीगढ़ में तैनात एक परगनाधिकारी ने कहा, "मुख्यमंत्री के थाने और तहसीलों का औचक निरीक्षण करने की बात ने उन अधिकारियों की नींद उड़ा दी है, जो फील्ड वर्क में शामिल हैं. उन्हें डर है कि किसी भी तरह की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है, जो सस्पेंड होने से कम नहीं होगा."
ऐसे में उत्तर प्रदेश में चढ़ते पारे के बीच राज्य के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी ब्लॉक और तहसील स्तर पर स्थलों का निरीक्षण और समस्या का निपटारा करने में व्यस्त हैं. एसएसपी से लेकर डीएम और बीडीओ से लेकर एसडीएम तक, स्थानीय प्रशासन का ध्यान सड़क, पानी और स्वच्छता परियोजनाओं से संबंधित लंबित कामों में तेजी लाने पर है.
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उत्तर प्रदेश में बांदा शहर की यातायात ब्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक ने महिला पुलिसकर्मियों को सौंपी है. इस हफ्ते से तीन महिला इंस्पेक्टर और 50 महिला सिपाही ये जिम्मेदारी संभाल रही हैं. पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने मंगलवार को बताया, "बांदा शहर की यातायात ब्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए कालू कुंआ, राणा प्रताप चौराहा, सरकारी अस्पताल, कचहरी, बाबूलाल चौराहा, बलखण्डी नाका, पुलिस लाइन रोड में तीन महिला इंस्पेक्टर और 50 महिला सिपाहियों की तैनाती रविवार से की गई है. दो दिन में ही यहां के आवागमन में काफी सुधार हुआ है."
उन्होंने बताया, "इन दो दिनों में कई दोपहिया व चार पहिया वाहन चालकों का चालान काटा गया है और जुर्माना वसूला गया है. वाहन चालकों को महिला पुलिसकर्मी यातायात नियमों के पालन करने का पाठ भी पढ़ा रही हैं." महिला इंस्पेक्टर सविता श्रीवास्तव ने बताया, "यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर महिलाएं और पुलिसकर्मी भी दंडित किए गए हैं. कई को दोबारा गलती न करने की चेतावनी के बाद छोड़ा भी गया है."
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में छह प्रस्तावों को मंजूरी दी. सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन की रकम प्रतिमाह सौ रुपया बढ़ाने को भी मंजूरी दे दी. इसे प्रदेश सरकार की बड़ी सौगात माना जा रहा है. इससे प्रदेश के करीब 40 लाख बुजुर्गो को फायदा मिलेगा. वृद्धावस्था पेंशन की रकम में बढ़ोतरी 1 जनवरी से लागू होगी. मौजूदा समय में 60 वर्ष से 79 वर्ष की आयु वाले वृद्ध लोग 400 रुपये, जबकि इससे ज्यादा उम्र वाले 500 रुपये पेंशन पा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र वाले सभी बुजुर्गो की पेंशन 500 रुपये प्रतिमाह करने का ऐलान किया था. समाज कल्याण विभाग ने मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करते हुए 60 से 79 वर्ष की उम्र वाले सभी बुजुर्गो को भी 500 रुपये पेंशन देने का प्रस्ताव तैयार किया था.
उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के मऊ थाना के रेड़ी भुसौली गांव में यमुना नदी में नहाते समय तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई. एएसपी ने यह जानकारी मंगलवार को दी है. अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया, "रेड़ी भुसौली गांव में रमेश केवट के घर में हो रही शादी में शामिल होने आए तीन बच्चे अनीता (7), जीतू (10) और सोनी उर्फ बन्ने (13) परिजनों की गैर जानकारी में सोमवार को यमुना नदी में नहाने चले गए, जहां गहरे पानी में डूब कर उनकी मौत हो गई है." उन्होंने बताया, "मीरा नामक मूक-बधिर लड़की की सूचना पर परिजनों ने तीनों शव पानी से निकाल कर पुलिस को सूचना दी. पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी गई है."
(इनपुट : IANS)
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