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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों के सदन की चर्चा में मौजूद न रहने पर उन पर हमला बोला. सीएम ने कहा कि विपक्षी लोकतांत्रिक मूल्यों को रौंदना और उन्हें कुचलना अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानते हैं. विधानमंडल के 36 घंटे के विशेष सत्र के दूसरे दिन विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष के लिए ये भी कहा कि महात्मा गांधी की विचारधारा के प्रति विपक्षी दलों की कोई आस्था नहीं है.
सीएम योगी ने अपने भाषण में प्रदेश में हो रहे सभी विकास कार्यों का ब्यौरा भी दिया.
शाहजहांपुर की जिला अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया. चिन्मयानंद को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत के सामने पेश किया गया. अदालत अब 16 अक्टूबर को मामले की सुनवाई करेगी.
चिन्मयानंद को 20 सितंबर को एक छात्रा कि ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित विधानमंडल के विशेष सत्र का विपक्ष कि ओर से बहिष्कार किए जाने के बावजूद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव विधानसभा पहुंचे और कार्यवाही में हिस्सा लिया. शिवपाल ने सदन में मुख्यमंत्री योगी के कामकाज की तारीफ करते हुए उन्हें ईमानदार बताया. लेकिन पुलिस की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि अभी पुलिस को और ठीक करने की जरूरत है.
शिवपाल ने ये भी कहा कि इन्वेस्टर्स समिट एक अच्छा कार्यक्रम था, लेकिन जितना सोचा गया, उतना निवेश नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 22 करोड़ पौधे लगाए गए, जिसकी वह सराहना करते हैं.
अगस्त 2017 में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई 70 बच्चों की मौत के मामले में डॉ. कफील खान को शासन कि ओर से कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है. उन पर अभी 7 मामलों में जांच चल रही है.
चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने कहा, डॉ. कफील पर चार आरोपों की जांच कर रहे प्रमुख सचिव स्टांप और निबंधन हिमांशु कुमार ने दो आरोप सही पाए हैं. दो आरोपों की जांच चल रही है. उन्हें शासन कि ओर से किसी प्रकार की क्लीन चिट नहीं दी गई है.
इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि डॉ. कफील अहमद पर एक और जांच बिठा दी गई है. डॉ. कफील पर निलंबन के दौरान जिला अस्पताल बहराइच में जबरन घुसकर मरीजों का इलाज करने और सोशल मीडिया पर सरकार विरोधी राजनैतिक टिप्पणियां करने का भी आरोप है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांग्रेस विधायक अदिति सिंह को 'वाई'-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की. राज्य सरकार ने बुधवार को 36 घंटों का विधानसभा का जॉइंट सेशन बुलाया था, जिसका विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार किया. लेकिन कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने पार्टी लाइन से इतर जाकार सेशन में हिस्सा लिया.
अदिति ने कहा था, ‘‘जब भी विकास के मुद्दों पर बात होती है, हमें चाहिए कि हम पार्टी लाइन से बाहर जाकर सोचें. मेरे सेशन में भाग लेने के चलते पार्टी जो भी फैसला लेगी मैं उसे स्वीकार करूंगी, लेकिन अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करना हमेशा मेरी प्राथमिकता रहेगी.’’
बता दें कि अदिति सिंह राय बरेली सदर सीट से विधायक हैं और उनका क्षेत्र कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में पड़ता है. उन्होंने राय बरेली में खुद पर हमले की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की थी और इसी के चलते सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर विधानमंडल के विशेष सत्र में भाग न लेकर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने विधान-भवन के प्रागंण में स्थित चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के पास प्रदर्शन किया. इस दौरान एसपी विधायकों ने तख्तियां हाथों में लिए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नेतृत्व में विधानभवन स्थित कक्ष में विधायक एकत्रित हुए. लाल टोपी लगाए एसपी विधायक अपने साथ लाल और काले रंग की तख्तियां लिए थे, जिन पर लिखा था- लाठी-डंडों की सरकार, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी.
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