advertisement
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कृषि और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में रूस के साथ सात एमओयू और एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि, फूड प्रोसेसिंग, रीन्यूएबल एनर्जी, टूरिज्म, टिम्बर, हेल्थकेयर, हॉस्पिटल, ऑयल, गैस और ऊर्जा, मेटल, मिनरल, रेयर अर्थ और फिशरीज, स्किल डेवलपमेंट, शिक्षा, मानव संसाधन क्षेत्रों में संभावनाओं को तलाशा जा रहा है.
भारतीय जनता पार्टीके राज्यसभा उम्मीदवार नीरज शेखर ने एक सीट पर होने वाले चुनाव के लिए बुधवार को विधान भवन में अपना नामांकन पत्र भरा. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे.
बीजेपी ने उप चुनाव के लिए यूपी के कोटे से नीरज शेखर को बीजेपी का उम्मीदवार घोषित किया है. राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद शेखर का कार्यकाल नवंबर 2020 तक रहेगा.
भीम आर्मी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत नौटियाल को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करना भारी पड़ गया. ये वीडियो भड़काऊ बताया जा रहा है. इसी सिलसिले में पुलिस ने भीम आर्मी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत नौटियाल पर राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया है. मंजीत ने दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास के मंदिर के टूटने पर एक वीडियो बनाया था. इस वीडियो में आपत्तिजनक बातें कही गई.
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, भीम आर्मी का भड़काऊ पोस्ट सुर्खियों में आया तो पुलिस में खलबली मच गई. बुधवार को बेहट थाने के एसआई सोमपाल सिंह ने मंजीत नौटियाल को नामजद करते हुए मुकदमा कायम करा दिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ विद्वेष पूर्ण बातें करते हुए अवमानना की गई है. बड़े नेताओं तक को धमकी दी है. पुलिस ने मंजीत नौटियाल के खिलाफ धारा 124 ए, 153 ए, 505 (1), 505 (2) और 506 के तहत मुकदमा कायम कर लिया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रदेश में सड़कों पर आरती करने या नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी है. पुलिस डीजीपी ओपी सिंह ने यह आदेश दिया है. सिंह के मुताबिक पब्लिक प्लेस में ऐसा कुछ नहीं करने की अनुमति दी जा सकती है जिससे यातायात और सामान्य जीवन बाधित हो.
सिंह ने कहा,
बता दें कि पिछले दिनों राज्य के अलीगढ़ और मेरठ जिले में पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए सड़कों पर धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा दी थी.
उत्तर प्रदेश सरकार की छवि को खराब करने वाले अफसरों के काले कारनामों का चिट्ठा जुटाया जा रहा है. उनमें ऐसे अफसरों को छांटा जा रहा है जो सरकार की बदनामी करवा रहे हैं. विभागीय सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री तक कई पुलिस अफसरों की सीधी शिकायत पहुंची थी.
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रदेश में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री काफी संजीदा है. इसीलिए उन्होंने जिले में तैनात सारे कप्तानों को विदेश दौरे जाने से पहले निर्देशित किया था. कानून व्यवस्था ठीक रहनी चाहिए. लेकिन कुछ जिलों से मिल रहे फीडबैक के मुताबिक, पुलिस के कुछ अफसर सरकार की बदनामी कराने में अमादा है. वह घटनाओं पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं. ऐसे अक्षम अधिकारियों पर गाज गिरना संभव है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)