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महाराष्ट्र (Maharashtra) में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हाहाकार मचा दिया है. इस साल महज 6 महीनों में कोंकण का तटीय इलाका तीसरी बार प्रकृति की मार झेल रहा है. निसर्ग और ताऊते साइक्लोन के जख्म भरे नहीं की फिर एक बार धुंआधार बारिश ने कोंकण मे तांडव शुरू कर दिया है.
मौसम विभाग के मुताबिक रत्नागिरी जिले में पिछले 40 साल की रिकॉर्ड ब्रेक बारिश दर्ज हुई है. सिर्फ पिछले 10 दिनों में 1 हजार मिमी से ज्यादा बारिश हुई है. जुलाई महीने की औसत बारिश से तुलना करें तो अब तक 180 फीसदी से ज्यादा बारिश हो चुकी है. कोंकण के कई इलाकों में एक दिन में 300 मिमी तक बारिश हुई है.
चिपलून के बाढ़ के दृश्य भविष्य में बढ़ते खतरे की तरफ मानो इशारा कर रहे है. वाशीष्टी नदी में बाढ़ आने की वजह से रत्नागिरी जिले के चिपलून शहर में पानी घुस गया. पास का खेड़ तालुका भी बाढ़ की वजह से बुरी तरह प्रभावित है. चिपलून में 10 से 12 फुट तक पानी भरा है.
घर, दुकानें और वाहन पानी मे डूब गए है. कई जगहों पर तो गाड़िया खिलौनों की तरह पानी में तैरते हुए दिख रही है. इमारतों के पहले मंजिल तक पानी ही पानी देखने को मिल रहा है. चिपलून का बस स्टैंड तो पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. मुंबई-गोवा हाई-वे जगह-जगह पर ब्लॉक है. कोंकण रेल भी बुरी तरह प्रभावित है.
रत्नागिरी जिले में तकरीबन 5 हजार लोग घरों में फंसे होने का डर है. बिजली गुल हो गयी है. मोबाइल की चार्जिंग खत्म है. संपर्क टूटने लगा है. स्थानीय प्रशासन कोस्ट गार्ड की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा है.
इसी तरह मुंबई से सटे इलाकों में भी बारिश ने तबाही मचा दी है. बदलापुर में रेलवे ट्रैक पर पानी आने से सेंट्रल रेलवे को ब्रेक लग गया था. साथ ही शाहपुर, कल्याण, भिवंडी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से जुडे हजारों गांव पानी से भर गए हैं.
सैकड़ों गांवों से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. कसारा घाट में लैंड स्लाइड की वजह रेल की पटरियां उखड़ गई थी. मौसम विभाग ने अगले 3 से 4 दिनों तक कोंकण के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया ही तो वहीं मुंबई, ठाणे और पालघर जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी है.
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