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महाराष्ट्र में CAA, NRC और NPR के मुद्दे पर अपने रुख को लेकर महा विकास अघाड़ी सरकार के बीच मतभेद साफ दिख रहा है. एक तरफ शिवसेना चीफ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कहते हैं कि वो अपने राज्य में एनपीआर लागू होने से नहीं रोकेंगे. वहीं उनके साथ सरकार में शामिल कांग्रेस एकदम इसके खिलाफ है.
एनपीआर को सपोर्ट करने वाले उद्धव ठाकरे के बयान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख और राज्य के मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि वह अपने सहयोगियों से इस पर बातचीत करेंगे और उन्हें समझाएंगे.
बालासाहेब थोराट ने कहा, "CAA, NRC और NPR पर कांग्रेस का रुख साफ है कि हम इसके खिलाफ हैं. जब भी समाज को बांटने की कोशिश होगी, कांग्रेस इसके खिलाफ होगी. हमारी पार्टी का यही रुख है. हम अपने सहयोगियों के साथ इस पर बातचीत करेंगे और उन्हें समझाएंगे."
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि वह राज्य में एनपीआर की प्रक्रिया को नहीं रोकेंगे. ठाकरे ने भरोसा दिया कि वह एनपीआर के सभी कॉलम की जांच खुद करेंगे. उन्होंने कहा कि एनपीआर तैयार करने की प्रक्रिया में महाराष्ट्र में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.
ठाकरे ने ट्वीट में कहा-
ठाकरे ने कहा, "अगर एनआरसी लागू होगा तो इससे हिंदू या मुस्लिम ही नहीं आदिवासी भी प्रभावित होंगे. एनपीआर जनगणना है और मुझे नहीं लगता कि इससे कोई प्रभावित होगा क्योंकि यह हर दस साल में होती है."
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