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मध्य प्रदेश में 11 नगर निगमों और 133 नगर निकायों के चुनावी परिणाम आने शुरू हो गए हैं. इसमें कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर के बाद बीजेपी बाजी मारने में कामयाब रही. इन 11 सीटों में से 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है, 3 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. वहीं, एक सीट आम आदमी पार्टी के खाते में आई है.
बता दें, मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में जबलपुर, छिन्दवाड़ा महापौर सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इसके साथ ही ग्वालियर में कांग्रेस बढ़त की तरफ है. आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली सीट पर कब्जा करते हुए अपना खाता खोला है. वहीं, इंदौर, उज्जैन, खंडवा, बुरहानपुर, सागर, सतना, को बीजेपी ने अपने खाते में लिया है. इसके साथ ही भोपाल में बीजेपी आगे चल रही है.
वहीं, सिंगरौली सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) की रानी अग्रवाल की जीत हुई है. 2018 विधानसभा चुनावों में AAP की उम्मीदवार रहीं रानी अग्रवाल बीजेपी के रामलल्लू वैश्य से करीब 4 हजार वोटों से ही पीछे रह गईं थीं.
रानी अग्रवाल की जीत के साथ ही AAP की मध्यप्रदेश में एंट्री हो गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले समय में राजनीतिक समीकरणों के बदलने की पूरी संभावनाएं है.
महापौर चुनावों में कांग्रेस और बीजेपी राजनीतिक दलों ने पूरा दम झोंक दिया था. चाहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ताबड़तोड़ रैलियां हों या मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक के बाद एक दौरे हों. दोनों दलों ने इन चुनावों को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले सेमी फाइनल के रूप में लिया है.
दरअसल, प्रदेश के 16 नगर निगम, 76 नगर पालिका और 255 नगर परिषद के चुनाव दो चरणों में हुए हैं. जिसके बाद इनके परिणाम भी दो चरण में ही घोषित होंगे. पहले चरण की 133 सीटों पर 6 जुलाई को वोटिंग हुई थी. इस चरण में 11 नगर निगम, 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषद के लिए वोटिंग हुई थी. इस दौरान 61 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला था. इनमें से रतलाम, देवास और आगर मालवा में 80 फीसदी से अधिक मतदान हुआ था, जबकि भोपाल में केवल 51 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इंदौर और उज्जैन में 76 फीसदी और 76.60 फीसदी मतदान हुआ था.
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