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मणिपुर (Manipur) की राजधानी इंफाल में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में एक बार फिर एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री के लिए चुने जा चुके हैं. मणिपुर चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद बीजेपी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है जबकि सीएम की रेस में बिस्वजीत सिंह और युमनाम खेमचंद का नाम भी शामिल था.
20 मार्च को मणिपुर के ऑब्जर्वर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और किरन रिजिजू ने इस नाम की घोषणी की है.
बीरेन सिंह ने मणिपुर का चुनाव सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (AFSPA) के बारे में कुछ करने के वादे के साथ लड़ा. हालांकि उन्होंने कहा कि वह अफ्सपा को हटाने के लिए काम करेंगे लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर बैलेंस बना कर रखा.
एक फुटबॉलर के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले बीरेन सिंह सीमा सुरक्षा बल (BSF) में भर्ती हो गए. इसके बाद बीएसएफ छोड़कर उन्होंने पत्रकारिता शुरू की.
बिरेन सिंह को पत्रकारिता में कुछ खास अनुभव नहीं था लेकिन फिर भी उन्होंने 1992 में नाहरोलगी थौडांग नाम से एक स्थानीय दैनिक अखबार शुरू किया और 2001 तक इसके संपादक के रूप में काम किया.
चार साल बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए और 2017 में उन्होंने फिर से अपनी सीट से जीत हासिल की जिसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया.
बता दें कि मणिपुर में बीजेपी ने 60 में से 32 सीटें जीत कर बहुमत हासिल किया था.
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