advertisement
मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में सीबीआई गहन फॉरेंसिक जांच कराएगी. सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, सीएफएसएल की एक टीम जल्द ही मुजफ्फरपुर जाकर बालिका गृह से फॉरेंसिक नमूने इकट्ठा करेगी.
अधिकारियों ने बताया कि पीड़िताओं के बयानों का इस्तेमाल कर समझने की कोशिश की जाएगी कि अपराध को कैसे अंजाम दिया गया और फिर इस ब्योरे का इस्तेमाल आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए किया जाएगा. सीबीआई पीड़िताओं के बयान दर्ज करने के लिए मनोवैज्ञानिकों की मदद ले सकती है. कुछ पीड़िताओं की उम्र महज 6-7 साल हैं.
मुंगेर जिले में 110 फीट गहरे बोरवेल में 31 घंटों तक फंसी रहने के बाद 3 साल की बच्ची सना को सुरक्षित बाहर निकाला गया. उसके तुरंत बाद बच्ची को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया.
मंगलवार से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में बच्ची को बचाने की लगातार कोशिश की जा रही थी. स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (SDRF) और नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की टीम ने बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया. और आखिरकार उनकी मेहनत और सबकी दुआएं रंग लाई. बोरवेल में बच्ची 44 फीट की गहराई में फंसी हुई थी. वो और नीचे न गिर पाए, इसके लिए SDRF टीम ने पुख्ता इंतजाम किए थे.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 नाबालिग लड़कियों से रेप के मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर चिंता जाहिर की. मलिक ने मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म को हृदय विदारक बताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम सुझाए.
मलिक ने इस संबंध में केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद और पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन को भी लेटर लिखा है.
उन्होंने मीडिया में आईं ऐसे ही अन्य अस्थाई आवास केंद्रों की अव्यवस्थाओं की तत्काल और गहन जांच और उनकी लगातार निगरानी का भी सुझाव दिया. राज्यपाल ने इस संबंध में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की सिफारिशों को लागू करने को भी कहा.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 लडकियों के यौन शोषण की घटना के बाद अब आरा एक रिमांड होम में किशोरों के साथ मारपीट और उनके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किए जाने का कथित मामला सामने आया है. हालांकि अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.
इस रिमांड होम में भोजपुर और आस-पास के तीन अन्य जिलों के बाल कैदियों को रखा गया है. वीडियो और तस्वीरों में कुछ लड़कों ने अपने शरीर पर चोट के निशान दिखाये हैं और मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि उनमें से कुछ के साथ अप्राकृतिक यौनाचार भी किया गया. आरा के एसपी अवकाश कुमार ने कहा कि वहां एक नाबालिग बच्चे के साथ मारपीट किए जाने की खबर मिली है. मामले की जांच की जा रही है.
बेगूसराय जिले में चलती पैसेंजर ट्रेन से गिरकर दो सगी बहनों की मौत हो गयी. खगड़िया रेलवे स्टेशन थाना अध्यक्ष अलख निरंजन दुबे ने बताया कि बरौनी-कटिहार रेलखंड पर बरौनी-कटिहार पैसेंजर ट्रेन से गिरकर मरने वाले में सहरसा जिले के नया टोला निवासी दिलदार हसन की दो पुत्रियां परवीन खातून और रोजी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि परवीन खातून अपनी बहन रोजी, अपने पति एवं सहरसा निवासी जफर आलम और दो बच्चों के साथ दिल्ली से सहरसा लौट रही थीं. इसी दौरान ये लोग बरौनी रेलवे स्टेशन पर सहरसा जाने के लिए मानसी स्टेशन तक की यात्रा के लिए सुबह 4 बजे बरौनी-कटिहार पैसेंजर ट्रेन में सवार हुए थे. दुबे ने बताया कि लखमिनियां स्टेशन पर दोनों बहनें शौच के लिए ट्रेन के शौचालय में गई थी. इसी बीच यह हादसा हुआ. पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
(इनपुटः PTI और IANS)
ये भी पढे़ं- बिहार: 31 घंटे बाद 110 फीट गहरे बोरवेल से सुरक्षित निकाली गई सना
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)