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बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार समेत सात उम्मीदवारों ने सोमवार को नामांकन दाखिल किए.
बिहार में सत्तारूढ़ बीजेपी की ओर से सोमवार को सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान ने नामांकन दाखिल किया, जबकि जेडीयू की ओर से पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रामेश्वर महतो, खालिद अनवर ने पर्चा दाखिल किया है. कांग्रेस की ओर से एकमात्र सीट के लिए प्रेमचंद्र मिश्रा ने नामांकन का पर्चा भरा.
आरजेडी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और मोहसिन कादिर और संतोष सुमन (पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र) ने पहले ही नामांकन का पर्चा दाखिल कर दिया है.
सीबीआई ने 2006 के आईआरसीटीसी होटल रखरखाव अनुबंध मामले में अनियमितता पाए जाने की जांच करते हुए सोमवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, रेलवे बोर्ड के एक शीर्ष अधिकारी, आरजेडी के सांसद पी.सी. गुप्ता और अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया. ,
अधिकारी ने बताया कि पिछले साल दर्ज हुए मामले में अग्रवाल का नाम नहीं था. उनके खिलाफ सबूत पाए जाने के बाद उनका नाम भी आरोपपत्र में दाखिल किया गया.
सीबीआई ने आईआरसीटीसी के पूर्व जीजीएम वी.के. अस्थाना, आईआरसीटीसी के तत्कालीन कंपनी सेक्रेटरी व जीजीएम आर.के. गोगिया, आईआरसीटीसी के तत्कालीन निदेशक रमेश सक्सेना के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया. यह मामला उस समय का है जब लालू प्रसाद केंद्रीय रेल मंत्री थे. सीबीआई ने 10 अप्रैल को इस मामले में राबड़ी देवी से पटना में घंटों पूछताछ की थी.
चुनाव आयोग ने बिहार के मुख्य विपक्षी दल आरजेडी को वित्तीय वर्ष 2014-15 की अब तक पार्टी की ऑडिट रिपोर्ट नहीं देने के कारण पार्टी की मान्यता निलंबित करने की चेतावनी दी है.
नियमानुसार प्रत्येक राजनीतिक दल के लिए हर साल 31 अक्टूबर तक पार्टी की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट जमा करना अनिवार्य है. आयोग द्वारा पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के नाम जारी नोटिस में कहा गया है कि आरजेडी ने साल 2014-15 की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट अब तक नहीं दी है. इसकी अंतिम तिथि 31 अक्तूबर 2015 थी. इस अधार पर आयोग ने आरजेडी प्रमुख को जारी कारण बताओ नोटिस में कहा है कि क्यों न उनकी पार्टी के खिलाफ चुनाव चिन्ह ( आरक्षण एवं आवंटन ) आदेश 1968 के पेराग्राफ 16 ए के तहत कार्रवाई की जाए.
मुजफ्फरपुर जिले के एसएसपी विवेक कुमार के आवास पर सोमवार को स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम छापेमारी की. सूत्रों का कहना है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में यह छापेमारी की गई.
कुमार मुजफ्फरपुर में पिछले दो साल से एसएसपी के पद पर कार्यरत हैं. वे भागलपुर के एसएसपी भी रह चुके हैं. इन पर शराब कारोबारियों से मिलीभगत का भी आरोप लग चुका है.
अररिया जिले के नरपतगंज थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक अज्ञात वाहन द्वारा एक ही परिवार के छह लोगों को कुचल दिए जाने की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस के मुताबिक, सुपौल के रहने वाले कई लोग अररिया में एक रिश्तेदार से मुलाकात कर एक कार से वापस सुपौल जा रहे थे, तभी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 57 पर चकरदाहा के समीप कार का एक टायर पंक्चर हो गया. सड़क के किनारे गाड़ी खड़ी कर लोग पंक्चर बनवा रहे थे, इसी दौरान फारबिसगंज की ओर से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने 6 लोगों को कुचल दिया और फरार हो गया.
नरपतगंज के थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि मृतकों में चार एक ही परिवार के लोग हैं. मृतकों की पहचान सुपौल के रहने वाले गौतम मिश्र, विजय मिश्र, भरत मिश्र, शंकर मिश्र और रूपेश सिंह के रूप में की गई है. उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति को प्राथमिक इलाज के बाद पूर्णिया रेफर कर दिया गया है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
(इनपुटः PTI और IANS)
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