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Qपटना: महाराष्ट्र पर बोले नीतीश, वशिष्ठ नारायण सिंह की अंतिम विदाई

Q पटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें

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Q पटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें
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Q पटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें
(फोटो: PTI)

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महाराष्ट्र में कोई और रास्ता नहीं बचा था: सीएम नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने पर कहा है कि कोई भी दल सरकार बना नहीं पा रहा था, ऐसे में राष्ट्रपति शासन के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था. बता दें कि महाराष्ट्र में गवर्नर ने सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी के बाद शिवसेना और एनसीपी को भी सरकार बनाने के लिए न्योता दिया था.

महाराष्ट्र में किसी भी पार्टी की ओर से सरकार ना बनाने पर राष्ट्रपति शासन लगा दिए जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘वहां जितनी भी पार्टियां हैं वे जानें. इसमें हम लोगों का क्या मतलब है.’’

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच बैठकों का दौर जारी है. ये तीनों पार्टियां मिलकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार करने पर काम कर रही हैं.

राजकीय सम्मान के साथ होगा वशिष्ठ नारायण सिंह का अंतिम संस्कार

गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना में निधन हो गया. वह 77 साल के थे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर शोक जताते हुए इसे समाज और बिहार के लिए एक बड़ा नुकसान बताया है. सीएम नीतीश कुमार ने बाद में इस बात का ऐलान किया कि वशिष्ठ नारायण सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.

वशिष्ठ नारायण सिंह बीते 40 साल से सिजोफ्रेनिया बीमारी से पीड़ित थे. इस बीच, उनके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. उनके एक करीबी ने बताया कि कुछ समय से पटना में रह रहे सिंह की तबीयत गुरुवार तड़के खराब हो गई थी, जिसके बाद परिजन उन्हें लेकर तत्काल पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

इस बीच डॉक्टर सिंह के भाई अयोध्या प्रसाद सिंह ने अस्पताल प्रशासन पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि अस्पताल ने एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं करवाया और शव को बाहर निकाल दिया.

राहुल गांधी को देश की जनता माफ नहीं करेगी: सुशील मोदी

बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘संसदीय आम चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने सारी मर्यादाएं तोड़ कर प्रधानमंत्री मोदी को चोर कहा था. बच्चों तक से "चौकीदार चोर है" के नारे लगवाये गए और मोदी सरनेम वाले सभी लोगों को चोर बताकर सार्वजनिक अपमान किया गया था. राहुल गांधी ने जनता को गुमराह करने के लिए राफेल मामले में गलत ढंग से सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया था. ऐसे बयान के लिए उन्हें अदालत में बिना शर्त माफी मांगनी पड़ी, लेकिन कोर्ट की कड़ी टिप्पणी के बाद उन्हें अब देश की जनता से भी माफी मांगनी चाहिए.’’

इसके साथ ही सुशील मोदी ने राफेल पर कोर्ट के फैसले को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल की खरीद के समझौते पर पुनर्विचार की अपील के लिए दायर सभी याचिकाएं खारिज कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले को क्लीनचिट दी. यह फैसला भ्रष्टाचार-मुक्त एनडीए सरकार की छवि को और भी विश्वसनीय बनाने वाला है.’’

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अप्रवासी नेता की तरह बिहार आते हैं तेजस्वी यादव: जेडीयू

जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उनसे पूछा है कि आजकल वे कहां हैं? “तेजस्वी यादव ना तो महागठबंधन के किसी धरना- प्रदर्शन या मीटिंग में दिखते हैं और न ही अपनी पार्टी के किसी मीटिंग में? वे बिहार में अप्रवासी नेता की तरह आते हैं. अब ना तो विपक्ष के महागठबंधन में शामिल दल उनको पूछते हैं और न ही तेजस्वी यादव महागठबंधन के दलों को पूछते हैं. सबके रास्ते अलग-अलग हैं.”

विपक्ष का आक्रोश मार्च हुआ फ्लॉप: बीजेपी

बिहार बीजेपी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि विपक्षी पार्टियों का आक्रोश मार्च महाफ्लॉप था. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा इतने दिनों की उठा-पटक के बाद आज जैसे-तैसे आक्रोश मार्च निकाला, लेकिन यह भी जनता का ध्यान खींचने में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ.

तेजस्वी यादव भी इसमें गायब दिखे. जनता जानती है कि इनके पास कोई मुद्दा है ही नहीं. इसलिए यह सिर्फ खबरों में बने रहने के लिए इस तरह के कारनामे करते हैं. कई जिलों में इनके कार्यकर्ताओं ने भी इस धरना-प्रदर्शन से अलग रह बाकी दिनों की तरह अपने-अपने निजी कामों में व्यस्त रहना पसंद किया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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