advertisement
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पश्चिम बंगाल के फरक्का बराज से 16 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश ने इससे पहले प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा से फोन पर बात कर गंगा समेत बाकी की नदियों के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी पर चिंता जताई थी.
मुख्यमंत्री ने फरक्का बराज से गंगा नदी के पानी के बहाव को सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था, ताकि बिहार में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न नहीं हो पाए.
इससे पहले बिहार सरकार ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय से भी फरक्का से समुचित जल छोड़े जाने का अनुरोध किया था. गौरतलब है कि बिहार में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि को लेकर राज्य के गंगा के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. निचले क्षेत्रों में बाढ़ के कारण लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ रहा है.
बिहार सरकार राज्य में मेडिकल शिक्षा के लिए अलग यूनिवर्सिटी स्थापित करने पर विचार कर रही है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार बिहार में मेडिकल शिक्षा के लिए एक अलग 'स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय' स्थापित करने पर विचार कर रही है.
उन्होंने कहा, "वैशाली, बेगूसराय, सीतामढ़ी, मधुबनी, जमुई और बक्सर में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गई है. भारत सरकार ने भी देश में 75 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति दी है, जिसका लाभ बिहार को मिलेगा."
दिल्ली के एक कोर्ट ने बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में अंतिम दलीलें सुननी शुरू कर दी हैं. कोर्ट ने सीबीआई और आरोपी के वकीलों को 30 सितंबर तक अपनी दलीलें पूरी करने का आदेश दिया है.
प्रभात खबर के मुताबिक मामले में सीबीआई ने अपनी दलीलें दे दीं हैं. 24 सितंबर को आरोपियों के वकील अपनी दलीलें पूरी करेंगे. बता दें कि इस केस में 21 लोगों के खिलाफ बलात्कार, आपराधिक साजिश रचने जैसे आरोप तय हो चुके हैं. वहीं ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत भी आरोप तय किए गए हैं.
बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में सुप्रीम कोर्ट ने दखल दिया था. इसके बाद इस केस को बिहार से ट्रांसफर कर दिल्ली लाया गया.
बिहार में एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन गई है. बिहार में गंगा सहित कई प्रमुख नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद पटना सहित कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बक्सर, खगड़िया और भोजपुर सहित कई जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ के कारण लोग गांव छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाने लगे हैं. इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है.
पटना के बख्तियारपुर में दियारा क्षेत्र जलमग्न हो गया. इन इलाकों में लगी सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूबकर बर्बाद हो गई. बागमती नदी डूबाधार और कटौंझा में खतरे के निशान को पार कर चुकी है, जबकि बूढ़ी गंडक खगड़िया में और कमला बलान नदी मधुबनी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)