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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में राज्य स्तरीय बैंकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता है तो यहां उद्योग लगेंगे. नीतीश ने कहा कि यहां बैंकों के सहयोग से संभावनाएं आएंगी. सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में लोग बैंक पर भरोसा करते हैं लेकिन यहां बैंक कर्ज देने में पीछे हैं. जनता और बैंक को पुलिस पर भरोसा रखना चाहिए और बिहार में सुरक्षा में कोई कमी नहीं है. नीतीश ने कहा कि हमने कई बार विशेष राज्य की मांग की है जिससे कि यहां उद्योग लग सके.
नीतीश के मुताबिक बिहार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है. पटना के अलावा भी बाकी के इलाकों में व्यापार बढ़ा है. साथ ही ये भी कहा कि बिहार के पिछड़ेपन और गरीबी को दूर करने में बैंकिंग सिस्टम की बड़ी भूमिका हो सकती है.
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर आरोप लगाया है कि ‘‘ यूपीए सरकार में गृह मंत्री और वित्त मंत्री रहते हुए चिदंबरम ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद की, जिससे उस दौर में कई जगह बड़ी आतंकी घटनाएं हुई और नकली नोटों की तस्करी बेतहाशा बढ़ी. देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने में मददगार होने के एवज में चिदंबरम को फर्जी कंपनियों के जरिए पैसे मिले, जिससे उनके बेटे और रिश्तेदारों के नाम अरबों की संपत्ति खरीदी गई’’
सुशील मोदी ने ट्वीट कर चिदंबरम पर ये भी आरोप लगाया कि नोटबंदी, आतंकवाद और कश्मीर से धारा 370 हटाने के दौरान चिदंबरम ने पाकिस्तान परस्त बयान दिए. सुशील मोदी के मुताबिक ऐसा कर के चिदंबरम देश को लूट रहे थे.
बिहार में बढ़ते अपराध और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर आए बयान को लेकर जन अधिकार पार्टी सितंबर के दूसरे हफ्ते से व्यापक जन आंदोलन करेगी. साल 2008 से 2019 मई तक के बिहार में हुए अपराधों का आंकड़ा जारी करते हुए पप्पू यादव ने कहा, "नीतीश कुमार की सरकार में पिछले दस साल में 30 हजार से अधिक हत्याएं हुई हैं, जिनमें 25 हजार हत्याएं यादव, दलित और मुसलमानों की हुई है."
पूर्व सांसद ने आरक्षण मामले में आरएसएस प्रमुख भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि वे ऐसा कोई बयान न दें, जिससे सामाजिक समरसता पर खतरा हो और देश में नफरत फैले.
बिहार राज्य के सभी 38 जिलों में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के अस्पताल खुलेंगे. इन अस्पतालों का संचालन भी ईएसआईसी ही करेगा. इस प्रस्ताव को भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय ने मंजूरी दी है. बिहार कर्मचारी राज्य बीमा निगम के क्षेत्रीय निदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि श्रम और रोजगार मंत्रालय ने बिहार के सभी 38 जिलों में स्पेशल अस्पताल खोलने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है, इसके बाद अस्पताल खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उन्होंने दावा किया कि अगले दो से तीन महीने के अंदर 16 जिलों में ये अस्पताल काम करने लगेंगे. उन्होंने कहा कि इन सभी 16 जिलों में अस्पताल के लिए जगह भी मिल गई है.
इन अस्पतालों की मिल रही शिकायतों के कारण मंत्रालय ने न केवल बिहार के सभी जिलों में ईएसआईसी अस्पताल खोलने का निर्णय लिया है, बल्कि इन अस्पतालों का संचालन भी ईएसआईसी खुद करेगा. इन सभी अस्पतालों में डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट के साथ ब्रांच मैनेजर की नियुक्ति भी होगी.
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