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बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी और 11 अन्य बीजेपी विधायकों पर मामला दर्ज किया गया है. पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा के बाहर TMC के विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर "राष्ट्रगान का अपमान करने" और "शांति भंग करने के लिए उकसाने" के आरोप में बीजेपी नेताओं पर FIR दर्ज की गई.
यह मामला 30 नवंबर को कोलकाता के हेयर पुलिस स्टेशन में पश्चिम बंगाल विधानसभा सचिव सुकुमार रे की शिकायत के बाद दर्ज किया गया था.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा, "आरोप है कि बीजेपी विधायकों ने राष्ट्रगान के दौरान शांति भंग करने के लिए उकसाया."
शिकायत के मुताबिक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी विधायक राष्ट्रगान गा रहे थे, लेकिन बीजेपी विधायक टीएमसी के खिलाफ नारे लगाते रहे. हालांकि, BJP ने इस आरोप से इनकार किया है."
TMC ने दावा किया कि यह घटना बंगाल का वाजिब बकाया रोकने के केंद्र के फैसले के विरोध में पार्टी द्वारा आयोजित प्रदर्शन के दौरान हुई.
TMC नेताओं ने कहा कि पार्टी ने स्पीकर को पत्र लिखकर 28, 29 और 30 नवंबर को राज्य विधानसभा के बाहर प्रदर्शन की अनुमति मांगी थी. सत्तारूढ़ दल ने आरोप लगाया कि जब बनर्जी ने सभी विधायकों को राष्ट्रगान के लिए खड़े होने के लिए कहा, तो बीजेपी विधायकों ने दूसरों के साथ शामिल होने के बजाय नारे लगाना शुरू कर दिया.
गुरुवार को कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन में, टीएमसी नेता तापस रॉय ने कहा, “हमारे विरोध के दौरान, जब सीएम ने सभी विधायकों से राष्ट्रगान के लिए खड़े होने की अपील की, तो हमने देखा कि बीजेपी नेताओं ने कैसे व्यवहार किया और राष्ट्रगान का अपमान किया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने "आपत्तिजनक व्यवहार" में शामिल होने के लिए बीजेपी विधायकों की आलोचना की. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वे बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे थे जो एक "फ्लॉप शो" साबित हुई.
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी को “भ्रष्ट व्यक्ति” कहते हुए घोष ने कहा, “सुवेंदु अधिकारी दूसरों पर उंगली उठा रहे थे और उन्मादी रूप से चिल्ला रहे थे लेकिन वास्तव में वह एक चोर और भ्रष्ट हैं. नारद मामले में सीबीआई की FIR में उनका नाम शामिल था और वह सारदा चिटफंड मामले के मुख्य आरोपियों में से एक हैं. सुवेंदु अधिकारी दूसरों के बारे में कैसे बात कर रहे हैं जबकि बीजेपी ने ही उन्हें 'चोर' कहा था.
TMC ने कहा, "BJP के उकसावे से गंभीर स्थिति पैदा हो सकती थी. विधानसभा में ऐसी स्थिति हमने पहले कभी नहीं देखी. बीजेपी द्वारा राज्य में लाई जा रही संस्कृति बंगाल के सामाजिक-राजनीतिक ढांचे के खिलाफ है."
अपनी पार्टी के विधायकों के खिलाफ टीएमसी द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीजेपी विधायक शंकर घोष ने कहा, “TMC विधायिका में उनकी जगह छीनकर और विपक्ष के नेता पर व्यक्तिगत हमले करके विपक्ष की आवाज का गला घोंट रही है.”
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