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उत्तर प्रदेश की राष्ट्रीय निषाद पार्टी गुरुवार को एनडीए का हिस्सा बन गई और इसके गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद बीजेपी में शामिल हो गए. निषाद पार्टी पिछले हफ्ते समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन से अगल हो गई थी. वह केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा, उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और निषाद पार्टी प्रमुख व अपने पिता संजय निषाद की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए. नड्डा ने कहा, "हम निषाद पार्टी के नेता का स्वागत करते हैं, जो हमारे गठबंधन में शामिल हुए हैं. पार्टी का उत्तर प्रदेश के पूर्वाचल क्षेत्र में अच्छा प्रभाव है और इससे पार्टी मजबूत होगी."
संजय निषाद ने कहा कि उनकी पार्टी कड़ी मेहनत करेगी, ताकि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बन सकें. निषाद पार्टी पहले विपक्षी गठबंधन में शामिल थी, लेकिन पार्टी ने पिछले हफ्ते गठबंधन से नाता तोड़ लिया था. विपक्षी गठबंधन ने पूर्व मंत्री और एसपी नेता राम भुआल निषाद को गोरखपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) के एक ओपिनियन सर्वे के मुताबिक, मतदाताओं से ताल्लुक रखने वाले कई खास मुद्दों पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का प्रदर्शन औसत से भी नीचे रहा है. इन मुद्दों में रोजगार के अवसर, स्वास्थ्य सुविधा और कानून-व्यवस्था शामिल हैं. एडीआर ने 'उत्तर प्रदेश सर्वे 2018' के नतीजों को गुरुवार को जारी किया. इसमें कहा गया है कि सर्वे में यह निकलकर आया कि बीज व खाद पर कृषि सब्सिडी देने, कृषि उत्पाद के ऊंचे दाम, ट्रैफिक जाम, सड़क और प्रदूषण से निपटने में भी योगी सरकार का प्रदर्शन निराशाजनक पाया गया.
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे में शामिल लोगों की शीर्ष प्राथमिकता में कृषि कर्ज की उपलब्धता (44 फीसदी), कृषि के लिए बिजली (44 फीसदी) और रोजगार के अवसर (39 फीसदी) रही और लोगों के बीच सरकार का प्रदर्शन इन सभी क्षेत्रों में औसत दर्जे से भी कम पाया गया.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. सतीश कुमार को एक कंपनी को धमकाकर उससे 65 लाख रुपये वसूले जाने के मामले में शामिल रहने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है. राज्य सरकार ने कुमार को सस्पेंड करने और नए पुलिस कप्तान की नियुक्ति के लिए निर्वाचन आयोग से इजाजत मांगी थी. मंजूरी मिलने के बाद गुरुवार को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया.
बाराबंकी स्थित विश्वास ट्रेडिंग कंपनी से 65 लाख रुपये वसूले जाने के बाद मामले में जिले की पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे रहे थे. कंपनी का आरोप है कि उनके लोगों को एसपी के दफ्तर में बुलाकर धमकाया गया. एसपी डॉ. सतीश कुमार कथित रूप से इस मामले में ढिलाई बरत रहे थे. उनसे पूछताछ में किसी सवाल का जवाब में कोई उचित जवाब नहीं मिला. इसके बाद पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कुमार को सस्पेंड कर दिया.
विश्वास ट्रेडिंग कंपनी के शंकर गायन ने लखनऊ में हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर साइबर क्राइम सेल के प्रभारी अनूप कुमार यादव और उसके साथियों पर 65 लाख रुपये वसूलने का आरोप लगाया था.
नोएडा के थाना बिसरख पुलिस ने फर्जी आईएफएस अफसर जोया खान और उसके पति हर्ष प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक जोया खुद को विदेश मंत्रालय का संयुक्त सचिव बताकर दिल्ली, नोएडा, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, और गुड़गांव की पुलिस से एस्कॉर्ट हासिल करती थी. वहीं कई बार वह खुद को यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन सिक्योरिटी काउंसिल की अधिकारी बता कर अपना प्रभाव दिखाती थी, और दिल्ली एनसीआर में अनुचित कामों को अंजाम देती थी.
उन्होंने बताया कि महिला के पास से बरामद मर्सिडीज कार पर यूएन का स्टीकर भी लगा है. उन्होंने बताया कि यह महिला कुछ समय पहले गौतम बुद्ध नगर में उनसे मिलने आई. इसके साथ एस्कॉर्ट लगा था. शक होने पर जब जांच की गई तो पता चला कि यह महिला फर्जी अधिकारी बन कर घूम रही है. उन्होंने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि इस महिला ने फर्जी अधिकारी बनकर कितने लोगों के साथ ठगी की है. उन्होंने बताया कि महिला से एक फोन बरामद हुआ है, जिसमें एक एप डाउनलोड है, जिसके जरिए वह वॉइस चेंज करके खुद फोन करती थी. वह आईएफएस अधिकारी के पीए अनिल शर्मा बनकर पुलिस अफसरों से बात करती थी, और पुलिस अफसरों पर प्रभाव डाल कर एस्कॉर्ट हासिल करती थी.
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर तैनात महिला सिपाही के घर से निकलते ही चार युवकों ने उसके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया. हादसे में गंभीर रूप से घायल सिपाही को इलाज के लिए आगरा ले जाया गया है. पुलिस ने बताया कि यह घटना सदर थाना क्षेत्र के दामोदरपुरा गांव के नजदीक बसी कालोनी की है. उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला सिपाही श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर तैनात है. वह सुबह साढ़े चार बजे पर ड्यूटी पर जाने के लिए निकली ही थी, कि तभी कार सवार चार युवकों ने उस पर तेजाब फेंक दिया. महिला सिपाही की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने उसे स्वर्ण जयंती अस्पताल में भर्ती कराया.
सिपाही को 45 फीसदी जलने की स्थिति में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि हमलावर युवकों की पहचान संजय और सोनू सिंह के रूप में हुई है. संजय सिंह महिला सिपाही से शादी करना चाहता था. सोनू उसी का साथी है. सिपाही ने दोनों की पहचान कर ली है. पुलिस की स्पेशल टीमें दोनों की तलाश में जुटी हैं.
(इनपुट: IANS / भाषा)
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