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Manish Kashyap पर हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी समेत 10 केस, कब और कहां हुए दर्ज?

Manish Kashyap Cases: मनीष कश्यप पर 7 क्रिमिनल केस दर्ज हैं. इसमें से पांच केस में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है.

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<div class="paragraphs"><p>हत्या का प्रयास,धोखाधड़ी सहित मनीष कश्यप पर 10 केस दर्ज</p></div>
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हत्या का प्रयास,धोखाधड़ी सहित मनीष कश्यप पर 10 केस दर्ज

(फोटो-मनीष कश्यप/फेसपबुक)

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तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों की पिटाई का फर्जी वीडियो पोस्ट करने के मामले में आरोपी मनीष कश्यप (Manish Kashyap) ने शनिवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि मनीष ने जगदीशपुर थाने में सरेंडर किया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अब तक यूट्यूबर मनीष कश्यप पर विभिन्न जगहों पर 10 मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या का प्रयास, पुलिस पर हमला एवं सांप्रदायिक पोस्ट और गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. ये केस बेतिया, पटना और तमिलनाडु में दर्ज हुए हैं.

बिहार पुलिस के मुताबिक, मनीष से आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की विशेष टीम और तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीम भी पूछताछ कर रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब तक मनीष पर किन धाराओं में और कहां केस दर्ज है. आइये आपको बताते हैं.

  • 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद पटना में कश्मीरी दुकानदारों पर हमला किया गया था. इस मामले में मनीष कश्यप समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. हालांकि, बाद में CJM कोर्ट से सभी को जमानत मिल गई थी.

  • पटना कोतवाली में 15 फरवरी 2019 को TRT-147/148/149/448/342/323/307/324/504/506/153(A)/160/355/354/268 के तहत केस दर्ज है. इस मामले में मनीष कश्यप जेल भी गया था. हालांकि, अभी तक इसमें आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया है.

  • मनीष कश्यप पर आरोप है कि पश्चिमी चंपारण जिले में महारानी जानकी कुंवर अस्पताल परिसर में स्थित किंग एडवर्ड-VII की मूर्ति तोड़ने की अपील की थी. कश्यप की अपील के बाद मूर्ति को तोड़ दिया गया था. इसके बाद पश्चिम चंपारण के डीएम की रिपोर्ट के आधार पर बेतिया पुलिस ने FIR दर्ज किया था. इसमें मनीष कश्यप को मुख्य आरोपी बनाया गया है जबकि 21 अन्य लोग मामले में नामजद हैं.

  • डीएम की रिपोर्ट में बताया गया था कि कैसे मनीश कश्यप और उसके सहयोगियों ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद के नाम पर आकर मूर्ति तोड़ने की अपील की थी. मनीष कश्यप को इस मामले में पुलिस ने हिरासत में भी लिया था.

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  • बेतिया थाने में 11 अप्रैल 2019. को 147/148/149/188/448/338/341/323/307/354/427/504 IPC के तहत केस दर्ज किया गया. इसमें 30 मई, 2019 को आरोप पत्र दाखिल किया गया है.

  • बेतिया में 11 अप्रैल 2019 को IPC की धारा 147/148/149/188/333/337/341/338/353/307/504 के तहत केस दर्ज किया गया. इसमें भी 30 मई, 2019 को आरोप पत्र दाखिल किया गया है.

  • बेतिया थाने में 29 अप्रैल 2019 को IPC की धारा 419/420/467/471/171(F)/171(G) एवं 66 IT एक्ट 123/127 (A) RP एक्ट के तहत मामला दर्ज है. 13 जुलाई 2019 को पुलिस ने मामले में आरोप पत्र दाखिल किया था.

  • बेतिया के मंझौलियां थाने में 3 नवंबर 2020 को IPC की धारा 147/148/149/188/341/323/353/269/270/271/120 (B) एवं धारा 125RP एक्ट एवं 3 महामारी रोग अधिनियम-1897 के तहत केस दर्ज है. इस मामले में 20 मई 2021 को आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है.

  • बेतिया के मंझौलियां थाने में 3 नवंबर 2020 को TRT-147/148/149/341/342/323/387/379/427/307/504/506/269/270/120 (B) के तहत केस दर्ज किया गया था. इस मामले मं 20 मई 2021 को आरोप-पत्र दाखिल किया गया.

  • बेतिया के मंझौलियां थाने में 6 अप्रैल 2021 को IPC की धारा 448/323/353/385/504/506/34 के तहत केस दर्ज हुआ है. इस मामले में इश्तेहार चिपकाया गया है.

  • EOU ने मनीष कश्यप के खिलाफ IPC की धारा 153 A(B)/504/505(1)(B)/505 (1) (C)/468/471/120B IPC और 66/66 (D)/74 IT एक्ट 2000 के तहत FIR दर्ज कराई गयी है.

  • तमिलनाडु के कृष्णगिरी थाने में मनीष कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. मनीष के खिलाफ तमिलनाडु में 86/2023 केस दर्ज किया गया है. IPC की धारा 153. 153A, 505 1B के तहत आरोप लगाये गये हैं.

कुल मिलाकर मनीष पर दर्ज पांच मामलों में चार्जशीट दाखिल है, जबकि एक मामले में कोर्ट से मनीष को जमानत मिली है. हालांकि, कई अन्य मामलों में पटना हाईकोर्ट ने मनीष की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी.

बिहार पुलिस पिछले एक हफ्ते से मनीष को गिरफ्तार करने के लिए सर्च अभियान चला रही थी. कोर्ट से गिरफ्तारी वांरट मिलने के बाद पुलिस ने मनीष के कई बैंक अकाउंट को सीज कर 42 लाख रुपये बरामद किये थे. उसपर वित्तीय अनियमितता के भी मामले दर्ज हैं. पुलिस उसके बेतिया स्थित घर पर कुर्की करने भी पहुंची थी, लेकिन इस बीच उसने सरेंडर कर दिया.

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