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त्रिपुरा (Tripura) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक बार फिर से बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 32 सीटें मिली हैं. वहीं सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा यानी IPFT के खाते में 1 सीट आई है. चुनाव में जीत के साथ ही नेतृत्व को लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है. क्या माणिक साहा को दोबारा मुख्यमंत्री बनाया जाएगा या फिर किसी नए नाम पर मुहर लगेगी?
मौजूदा मुख्यमंत्री माणिक साहा (Manik Saha) को चुनाव से पहले औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया गया था. हालांकि, अब अटकलें लगाई जा रही है कि केंद्रीय नेतृत्व उस फैसले पर पुनर्विचार कर सकता है.
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शुक्रवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए साहा ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें अगली सरकार के गठन तक मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी निभाने के लिए कहा है. उन्होंने बताया संभवतः आठ मार्च तक नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा.
हालांकि, पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि ये बदलाव बाद में भी हो सकता है क्योंकि साहा ने पार्टी को जीत दिलाई है.
अगर भौमिक को सीएम बनाया जाता है तो साहा की क्या भूमिका होगी? इस सवाल पर इंडियन एक्सप्रेस से बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्हें केंद्रीय नेतृतव केंद्र में जगह दे सकती है.
इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रतिमा भौमिक ने धनपुर सीट से जीत दर्ज की है. उन्होंने 3,500 वोटों के अंतर से CPI(M) के सुब्रत दास को हराया है. इस जीत के साथ ही उन्होंने लेफ्ट के इस गढ़ में भगवा लहरा दिया है. बता दें कि इस सीट पर CPI(M) का 1977 से 2018 तक कब्जा था. CPI(M) के वरिष्ठ नेता माणिक सरकार इस सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं.
प्रतिमा भौमिक लोकसभा में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं. वह 1991 में बीजेपी में शामिल हुईं और तब से पार्टी की स्तंभ हैं.
भौमिक एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं. अपनी साधारण जीवन शैली और राजनीति में जमीन से जुड़े रहने की वजह से लोकप्रिय हैं. उन्होंने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के वुमेंस कॉलेज से पढ़ाई की है. उनके पास जैव विज्ञान में स्नातक की डिग्री है.
दो साल तक प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष रहने के बाद उन्हें 2018 के चुनावों से पहले प्रदेश बीजेपी का महासचिव नियुक्त किया गया था. उस साल बीजेपी ने राज्य में भारी जीत दर्ज की थी.
इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भौमिक ने तीन लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. वह त्रिपुरा से पहली महिला बीजेपी सांसद बनीं और केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाली राज्य की पहली स्थायी निवासी बनीं.
अगर भौमिक को त्रिपुरा का सीएम नियुक्त किया जाता है, तो वह पूर्वोत्तर के इतिहास में पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी.
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