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उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र में गुरुवार को सरकार अपना बजट पास कराने में सफल रही. विधानसभा सदन ने बजट और विनियोग विधेयक पारित कर दिया. इसके साथ ही प्रदेश विधानमंडल का सत्र अनिश्चितकाल के लिए समाप्त हो गया. विधानभवन में कार्यवाही दस मार्च तक चलनी थी. कार्यवाही तय समय से पहले स्थगित कर दी गई है. उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र में विधानसभा में विपक्ष के भारी हंगामें तथा बहिर्गमन के बीच बजट को पास करा लिया.
सदन में गुरुवार को बजट पास कराने की कार्यवाही को लेकर विपक्ष ने कहा कि हम इसके गवाह नही बनेंगे. समाजवादी पार्टी के साथ बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के बहिर्गमन के बीच सरकार ने आज बजट समेत चार विधेयक पारित करने के बाद यूपी के विधानमंडल सत्र को अब अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है.
विधानभवन में गुरुवार को विधान सभा में प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया. इसी बीच सरकार ने सभी विभागों के बजट को पास करा लिया है. इसके विरोध में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार को समर्थन दे रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए.
वहीं, सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जब कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में तय किया था कि सदन 10 मार्च तक संचालित किया जाएगा तो सरकार क्यों पीछे भाग रही है? हालांकि, इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
बीएसपी विधानमंडल दल नेता लालाजी वर्मा ने कहा कि, "मुख्यमंत्री ने कहा था कि हम इस बार सदन 90 दिन से ज्यादा चलाएंगे. विपक्ष भी चाहता है सदन चले, लेकिन प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लोकतंत्र को कुचलने का काम कर रही है. प्रदेश के विधानमंडल के सत्र में ऐसा पहली बार हो रहा है. मैं तो यही चाहता हूं कि 10 मार्च तक सदन चले."
कांग्रेस की नेता विधायक दल आराधना मिश्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि सरकार हर विधायक को कम से कम दो सौ हैंड पम्प तथा हर जगह 10 किलोमीटर सड़क दें. उन्होंने विधायकों का महंगाई भत्ता को बढ़ाने का अनुरोध किया.
(इनपुट: IANS)
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