advertisement
कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के करीब एक महीने बाद, शहीद सर्कल ऑफिसर देवेंद्र मिश्रा और कानपुर एसपी (ग्रामीण) बृजेश श्रीवास्तव के बीच हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वे उस टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने बिकरू में विकास दुबे के ठिकाने पर दबिश दी थी.
फोन पर हुई बातचीत में, स्पष्ट रूप से 2 जुलाई की रात को पुलिस के दुबे के ठिकाने पर दबिश देने के ठीक पहले की है, जिसमें मारे गए सर्कल अधिकारी, देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसमें देवेंद्र मिश्रा को श्रीवास्तव को बताते हुए सुना जा सकता है कि एसओ (विनय तिवारी) कह रहे हैं कि सीओ (मिश्रा) के मौके पर पहुंचने के बाद ही दबिश शुरू होगी.
मिश्रा को पूर्व एसएसपी तिवारी (अनंत देव तिवारी के एक स्पष्ट संदर्भ में) के खिलाफ आरोप लगाते हुए सुना गया है. वह कह रहे हैं कि एक जुआ रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद उन्होंने एसओ से 5 लाख रुपये लिए और एसओ के खिलाफ सभी इंक्वायरी छोड़ दी. पांच मिनट की क्लिप के शुरू में, एसपी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि गांव में पुलिस की बड़ी तैनाती की आवश्यकता होगी और मिश्रा कहते हैं कि तैनाती में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
एसपी ग्रामीण मिश्रा से कहते हैं, "आपको चिंता नहीं करनी चाहिए. मैं इन लोगों को जल्द देख लूंगा. ये जो कर रहे हैं, इनकी लिस्ट तैयार करूंगा. एसएसपी गिरफ्तारी करने के लिए कहा होगा. आप थोड़ा दिमाग से काम करिएगा. दो-तीन थानों का फोर्स ले लीजिएगा. उसको (विकास दुबे) दबाने का अच्छा मौका है."
देवेंद्र मिश्रा फिर कहते हैं, "मैं आपको इनके बारे में बताऊंगा. जब ये (विनय तिवारी) उसके (विकास दुबे) पैर छुएंगे, तो हम और क्या उम्मीद कर सकते हैं. एक बार मैंने उनसे कहा था कि अगर दुबे से संबंध रखोगे तो 2-4 मर्डर करा दोगे, लेकिन उसने कहा कि केवल एक अपराधी अन्य अपराधियों के बारे में सूचना दे सकता है."
इस बीच एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि ऑडियो के संदर्भ में ऑडियो मैच और फॉरेंसिक विश्लेषण सहित बहुत सी चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पहले से ही एक एसआईटी जांच हो रही है और एक न्यायिक आयोग मामले की जांच कर रहा है और अगर यह असली है तो ऑडियो को जांच का हिस्सा बनाया जा सकता है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)