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उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. सोमवार को 605 नए केस का पता चला. इसके साथ ही कुल मामलों की संख्या बढ़कर 18,395 हो गई. प्रदेश में अब तक 11601 संक्रमित लोग ठीक हो चुके हैं. यूपी में COVID-19 से मरने वालों की संख्या 569 हो गई है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने स्वास्थ्य विभाग के हवाले से बताया है कि नोएडा में 103, गाजियाबाद में 66, लखनऊ में 24, हापुड़ और इटावा में 19-19, गोरखपुर और शामली में 16-16, कानपुर शहर, वाराणसी और सिद्धार्थनगर में 15-15, संत कबीरनगर, मथुरा, मैनपुरी में 14-14, मेरठ, हाथरस में 13, बागपत में 11, फिरोजाबाद, बुलंदशहर, प्रयागराज, देवरिया, बलिया में 10-10, महाराजगंज, कन्नौज में 9-9, आगरा, झांसी, उन्नाव में 8-8, मुरादाबाद, अयोध्या, मऊ में 7-7, बस्ती में 5-5, बाराबंकी, अलीगढ़ एटा में 6-6, गोंडा में 5-5, सुल्तानपुर, बरेली, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर में 4-4 ,गाजीपुर, बिजनौर, जालौन, लखीमपुर खीरी, भदोही, हरदोई में 3-3, मुजफ्फरनगर, सीतापुर, बलरामपुर, कानपुर देहात, हमीरपुर में 2-2 और जौनपुर, आजमगढ़, बदायूं, प्रतापगढ़, अमरोहा, कौशांबी, चित्रकूट, मिर्जापुर, कुशीनगर, सोनभद्र में एक-एक मरीज चिह्नित किया गया है.
समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने प्रदेश में बिजली कनेक्शन काटने के नोटिस भेजे जाने के मामले पर सरकार को निशाने पर लिया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा है, ''जहां प्रदेश में लोगों के पास काम, कारोबार, रोजगार नहीं है, वहीं ‘बदला-सरकार’ लोगों के बिजली बिल न जमा करवा पाने की वजह से कनेक्शन काटने का नोटिस भेज रही है. ये अमानवीय है. जो लोग कुछ काम कर पा रहे हैं उनकी लागत भी डीजल-पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों से बढ़ रही है. निंदनीय!''
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती ने कहा कि चीन मामले में सरकार और विपक्ष एकजुटता के साथ काम करें. मायावती ने ट्वीट कर कहा, "अभी हाल ही में 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की मौत से पूरा देश काफी दुखी, चिंतित और आक्रोशित है. इसके निदान हेतु सरकार और विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता और एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे और प्रभावी सिद्ध हो."
उन्होंने कहा, "ऐसे कठिन और चुनौती भरे समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के संबंध में लोगों और विशषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित और सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है."
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रोजगार के मामले पर योगी आदित्यनाथ सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार को संकटकाल में प्रचार से ज्यादा लोगों की समस्याओं के समाधान पर ध्यान देना चाहिए.
प्रियंका ने ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा, "एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री लाखों नौकरियां देने का दम भर रहे हैं तो दूसरी तरफ कानपुर के युवा दंपति ने लॉकडाउन में गई नौकरी के कारण भूख के कारण मौत को गले लगा लिया. सरकार को संकटकाल में प्रचार से ज्यादा लोगों की समस्याओं के समाधान पर ध्यान देना चाहिए."
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